जहानाबाद: आज के दौर में जहां अकस्मात कोई घटना होती है तो बचाने वालों से ज्यादा वीडियो बनाने और देखने वालों की भीड़ ज्यादा होती है. लेकिन, जहानाबाद से एक ऐसी तस्वीर आई है जिसपर आप भी कह सकते हैं कि मारने वाला से बचानेवाला बड़ा होता है. कहानी थोड़ी सी अलग है इसलिए है कि यहां मारने वाला तो कोई नहीं था, लेकिन मरने के लिए व्याकुल एक महिला को बचाने वाले कुछ लोग जरूर थे.
घटना जहानाबाद कोर्ट स्टेशन के पास गुमटी की है. यहां परिवारिक कलह से परेशान होकर एक महिला जान देने पर उतारू थी. सामने ट्रेन खड़ी थी और पटरी पर महिला अपने दो बच्चे के साथ लेटी थी. ट्रेन जैसे ही चलती वैसे ही महिला के कुछ देर में टुकड़े-टुकड़े हो जाते. लेकिन, तभी मसीहा बनकर कुछ लोग वहां पहुंच जाते हैं और महिला को किसी तरह से रेलवे ट्रैक से हटा कर उसकी जान बचा लेते हैं.
पड़ताल करने पर पता चला कि महिला स्टेशन के पास ही रहती है. खैर जो भी हो, लेकिन इतना तो कहा जा सकता है कि आज कुछ लोगों की तत्परता व मानवीय सोच की वजह से महिला और उसके बच्चे की जान बच गई. इसमें सहयोग लाइनमैन ने भी दिया जिसने ट्रेन को कुछ देर के लिए रुकवा दिया. लोगों ने जब महिला को वहां से हटा दिया तब जाकर ट्रेन आगे बढ़ी.
मिली जानकारी के अनुसार, जान देने पर उतारू महिला जहानाबाद की रहने वाली है. जिसका गांव ढोरहारी बिगहा है. पति का नाम राजबल्लभ यादव है. नाम और पता तो बाद की चीज है, मगर अच्छी बात यह है कि कुछ लोगों की वजह से आज तीन जिंदगी बच गई. यह घटना लोगों के लिए मिसाल भी है और लोगों को संदेश भी देती है कि तमाशबीन बने रहने से अच्छा है कि पहल करके घटना को टाला जाए.

