मुजफ्फरपुर : बाढ़ और कोरोना काल के दौरान पारू अंचल में सवा करोड़ से अधिक की ग’ड़बड़ी का खुलासा हुआ है। ऑडिट में यह बात सामने आई है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में फर्जी बिल पर करीब 49 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया।

वहीं इस अवधि में खरीदी गई 78 लाख की सामग्री का साक्ष्य नहीं मिला। महालेखाकार कार्यालय ने जिला पदाधिकारी एवं पारू अंचलाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के लिए आडिट रिपोर्ट भेजी है। इमसें राशि गबन की आशंका भी जताई गई है।
महालेखाकार कार्यालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड एवं बाढ़ के दौरान के बिलों की जांच में पाया गया कि ये फर्जी थे। इन फ’र्जी बिलों पर दिनेश साह टेंट हाउस को 35 लाख 64 हजार 123 रुपये का भुगतान कर दिया गया।
इसके अलावा सुमित किराना एवं जेनरल स्टोर को 13 लाख 66 हजार 774 का भुगतान हुआ। कुल मिलाकर 49 लाख 30 हजार 897 रुपये का भुगतान हुआ। रिपोर्ट के अनुसार दिनेश साह टेंट हाउस फर्म का जीएसटी से निबंधन भी नहीं पाया गया।
वहीं इसके तीन बिलों में क्रम संख्या अंकित थी। शेष में यह संख्या अंकित नहीं थी। जबकि कुल 34 बिलों पर बड़ी राशि का भुगतान किया गया। यहीं नहीं बिल संख्या 255 की तिथि सात अगस्त 2020 अंकित है।



