मुजफ्फरपुर. कहते हैं काम कोई भी छोटा या बड़ा नहीं होता है. बस काम करने का जज्बा होना चाहिए. फिर तो मंजिल तक पहुंचना और आसान हो जाता है. मुजफ्फरपुर शहर के सिकंदरपुर रोड के पास रहने वाले दो भाइयों एजाज और मुर्तजा की कहानी भी बिल्कुल ऐसी ही है. कभी साड़ी में फॉल लगाने, पिको करने और साड़ी में पॉलिश करने का छोटा सा काम शुरू करने वाले ये दोनों भाई आज न सिर्फ अपना परिवार बढ़िया से चला रहे हैं, बल्कि जैसे-जैसे काम बढ़ता गया, लोगों को अपने साथ जोड़ते चले गए. आज अपने इस कारोबार से वे 50 से अधिक लोगों को रोजगार दे रहे हैं. इससे उनका घर-परिवार का खर्च चलता है.

हुनर का काम है साड़ी पॉलिश करना
साड़ी में पॉलिश करने का काम भी एक हुनर है. इसकी एक रोचक विधि है. मुर्तजा और एजाज इसी विधि के हुनरमंद हैं. एजाज बताते हैं कि हम दिन भर में तकरीबन 300 से 350 साड़ियों में पॉलिश करते हैं. मुजफ्फरपुर शहर के सभी बड़े साड़ी दुकानदार हमारे ग्राहक हैं. हम सभी दुकानों से साड़ियां इकट्ठा कर पॉलिश एवं फॉल-पिको का काम करते हैं.
महीने का 10 हजार रुपये तक कमा लेती हैं महिलाएं
एजाज बताते हैं हमारे यहां तकरीबन 50 जरूरतमंद महिलाएं काम करती हैं. ये साड़ी में फॉल और पिको लगाने का काम करतीं हैं. इससे एक महिला तकरीबन 10 हजार रुपये महीना तक कमा लेती है. आगे एजाज कहते हैं कि हमारे साथ काम करने वाली सभी जरूरतमंद महिलाएं हैं, जो हमारे साथ मिलकर इस काम को कर के अपना जीवन यापन करती हैं. मुर्तजा बताते हैं कि उन्हें यह काम करते हुए 20 साल हो गए हैं. काम की फिनिशिंग बेहतरीन देते हैं, इसलिए पूरे मुजफ्फरपुर शहर के दुकानदार उनके ग्राहक हैं.

पॉलिशिंग की यह है प्रक्रिया
एजाज बताते हैं कि साड़ी पॉलिश करने के लिए पहले लकड़ी के एक पटरे पर साड़ी को दोनों तरफ से लगाया जाता है. इसके बाद स्प्रे पॉलिश को साड़ी पर मारकर पटरे को लपेट दिया जाता है, फिर इसे धूप में सूखने के लिए रख दिया जाता है.

