पटना. बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार समीक्षा बैठक करने में लगे हैं. मंगलवार को भी उन्होंने एक साथ कई विभागों की समीक्षा बैठक की. कोसी पुनर्वास योजना और ग्रामीण पथ के रख रखाव नीति से संबंधित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई निर्देश दिए. इस दौरान सीएम ने कहा कि कोसी पुनर्वास परियोजना के तहत कई कार्य किए गए हैं, जो भी बचे हुए कार्य हैं उसे तेजी से पूर्ण करें. इसके लिए संसाधन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी.
कोशी पुनर्वास परियोजना की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा, वर्ष 2007-08 में कोसी त्रासदी आयी थी, जिसमें हमलोगों ने अपने संसाधनों से उस क्षेत्र में राहत के बहुत कार्य किए थे. उसी दौरान पूरे इलाके को विकसित करने की योजना बनायी गयी थी, उस पर काम किया जा रहा है. हम वहां जाकर एक-एक चीजों को देखते रहे हैं. वहां किए जा रहे सभी कार्यों की जानकारी लेते रहते हैं.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्रामीण पथों का बेहतर रखरखाव विभाग द्वारा ही कराएं, इसके लिए आवश्यकतानुसार जितने अभियंताओं और कर्मियों की जरूरत हो उनकी बहाली कराएं. विभाग द्वारा जो मेंटेनेंस पॉलिसी बनाई जाए, वो बेहतर और स्पष्ट हो, विभाग पथों के निर्माण और मेंटेनेंस के लिए दो अलग-अलग विंग बनाएं. दोनों विंग अपनी-अपनी जिम्मेदारी के साथ कार्य करेंगे तो बेहतर सड़कों का निर्माण होगा और सड़कें मेंटेन भी रहेंगी. निर्माण कार्य में लगा विंग बेहतर कार्य योजना के साथ काम करेगा तो कार्यों की गुणवत्ता और बेहतर होगी.
सीएम ने यह भी निर्देश दिए कि निर्माण के साथ-साथ मेंटेनेंस को लेकर पथों का फिजिकल निरीक्षण किए जाएं. सड़कों और पुल-पुलियों के मेंटेनेंस करनेवाले अभियंता अलग-अलग हों और उनका ठीक ढंग से प्रशिक्षण भी कराए जाएं. उन्होंने कहा, मेंटेनेंस विंग पथों का प्रभावी ढंग से निरीक्षण कर बेहतर मेंटेनेंस करेगा तो उसकी प्रशंसा सब जगह होगी. मेंटेनेंस पॉलिसी को बेहतर ढंग से क्रियान्वित किया जाएगा तो उसको देश के अन्य राज्य भी अपनाएंगे.





