गोपालगंज : गोपालगंज के सासामुसा शुगर मिल को बंद हुए लगभग दो साल हो चुके है. लेकिन किसानों के गन्ने के पैसे का भुगतान अब तक नहीं किया गया है. किसान वर्षो से अपने पैसे के लिए मिल और जिला प्रशासन का च’क्कर लगा रहे हैं .
वहीं इन सबके बीच चीनी मिल के गो’दाम में रखे लाखों रुपये का चीनी ख’राब हो रही है. किसान मिल के गोदाम में रखे चीनी को बेचकर अपने भुगतान करने की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि सासामुसा सुगर मिल पर किसानों के गन्ने का 43 करोड़ रुपये बकाया है. वहीं मिल कर्मियों के वेतन व मिल के बॉयलर हादसे में मृ’तक 9 मजदूरों के मुआवजे की राशि भी मिल प्रबंधन पर बाकी है. किसान बकाया भुगतान के लिए मिल व जिला प्रशासन का च’क्कर लगाने को म’जबूर हैं.
वहीं सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया का भी सासामुसा सुगर मिल पर ऋण की राशि बकाया है. जिसके कारण बैंक ने मिल के गोदाम को सील कर रखा है. मिल के गोदाम में लाखों रुपए का चीनी है जो पड़े पड़े खराब हो रहा है.
किसान भरत चौधरी ने बताया कि मिल पर उनका 50 हजार बकाया है. 3 साल से वो मिल के च’क्कर लगा रहे हैं. वहीं मिल के गोदाम से चीनी पिघलकर बाहर निकल रहा है. चीनी बर्बाद हो रहा है.
चीनी बेचकर भी पैसे का भुगतान होता तो किसान राहत की सांस लेते. वहीं गन्ना पदाधिकारी रेमन्त झा ने बताया कि सेंट्रल बैंक का लोन है जिस कारण उसने मिल का गोदाम सील कर दिया है. गोदाम उन्ही के कब्जे में है.




