बिहार पेपर लीकः आर्थिक अ’पराध इकाई ने जांच की शुरू, शिक्षामंत्री बोले- दो’षियों पर होगी का’र्रवाई

पटना. बिहार में कर्मचारी चयन आयोग यानी बीएसएससी की आयोजित तृतीय स्नातक स्तरीय प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्न पत्र वायरल होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. परीक्षा शुरू होने के तकरीबन 1 घंटे 10 मिनट बाद हूबहू प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था और अब आर्थिक अपराध इकाई ने जांच शुरू कर दी है.

परीक्षा शुरू होने के तकरीबन 1 घंटे 10 मिनट बाद हूबहू प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था.

आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारियों ने वायरल प्रश्नपत्र का मिलान परीक्षा में पूछे गए प्रश्न पत्रों से जब किया तो हूबहू मिल गया. इसके बाद प्रथम पाली में पूछे गए प्रश्न को वायरल माना गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने वादल प्रश्न पत्र की जांच का मामला अपने स्तर पर भी आर्थिक अपराध इकाई को सौंप दिया. आर्थिक अपराध इकाई की जांच रिपोर्ट के आधार पर आयोग आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करेगा.

आयोग के चेयरमैन रविंद्र कुमार ने मामले को गंभीर बताया है. उनका कहना है कि जांच के दौरान प्रश्न पत्र के परीक्षा के बाहर जाने और परीक्षा प्रभावित होने की जानकारी मिलती है, तत्काल परीक्षा रद्द कर दी जाएगी.

दरअसल, बिहार कर्मचारी चयन आयोग की तृतीय स्नातक प्रारम्भिक  परीक्षा का शुक्रवार को  प्रश्न पत्र प्रथम पाली में छात्रों के पास 10:53 पहुंच गया था. छात्र नेता दिलीप कुमार ने अपने व्हाट्सएप पर इस प्रश्न पत्र को शेयर कर दिया. 10:59 पर कई छात्रों ने उनके पास प्रश्नपत्र का स्क्रीनशॉट भेज दिया था. यह पहला मौका नहीं है, जब बिहार में नौकरी के लिए आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षा का प्रश्न पत्र आउट हुआ हो. इसके पहले बीएसएससी का प्रश्न पत्र लीक हो गया था और आर्थिक अपराध इकाई ने इस मामले की जांच कर कई लोगों को गिरफ्तार किया था.

एक बार फिर से बिहार में परीक्षा की पारदर्शिता पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. हालांकि, बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच करवाकर दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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