पटना : बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सूबे के 5432 निजी स्वास्थ्य केन्द्रों को डिफाल्टर की सूची में शामिल किया है। यानी इन सारे निजी स्वास्थ्य केन्द्रों का संचालन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से बिना प्राधिकार और सहमति प्रमाण पत्र लिए हो रहा है।
राज्य में सबसे अधिक 463 ऐसे स्वास्थ्य केंद्र समस्तीपुर जिले में चिन्हित किए गए हैं। वहीं शेखपुरा में 11 और बक्सर में 15 केन्द्रों को बोर्ड द्वारा डिफाल्टर सूची में रखा गया है।
पटना जिले में भी 324 स्वस्थ्य केन्द्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की बगैर मंजूरी चल रहे हैं। इन सब की सूची प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। अब इन स्वास्थ्य केन्द्रों का एक-एक कर सत्यापन होगा। जिनके पास प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से लिए जाने वाले तीन तरह के प्रमाण पत्रों में से एक भी नहीं होगा उन्हें नोटिस थमाया जाएगा।
साथ ही कार्रवाई के तौर पर उनका बिजली कनेक्शन काटते हुए केन्द्र को बंद करा दिया जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ऐसे स्वास्थ्य केन्द्रों को कई बार नोटिस देकर मौका भी दिया है लेकिन निजी स्वास्थ्य केन्द्रों द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
हालांकि कई ऐसे स्वास्थ्य केन्द्र भी हैं जिन्होंने प्राधिकार, संचालन और सहमति पत्र ले लिया है। जिन्होनें अब तक प्रमाण पत्र नहीं लिए हैं उनकी सूची बनायी गई है।
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सदस्य सचिव, एस चंद्रशेखर ने बताया कि सैकड़ों की संख्या में स्वास्थ्य केन्द्रों ने डाक्यूमेंट जमा कराया है। इन सब की जांच की जा रही है।
जिनके कागजात सही नहीं होंगे उनपर कार्रवाई होगी। जिन्होंने अभी तक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्राधिकार, संचालन और सहमति प्रमाण पत्र नहीं लिया है, वैसे केन्द्रों को क्लोजर नोटिस भेजा जा रहा है।

