पटना: बिहार के नौकरशाहों में गाली गलौज करने की प्रवृत्ति देखने को मिली है. पहले केके पाठक का वीडियो सामने आया था. वह कनिष्ठ अधिकारियों के साथ बिहार के लोगों को भी गाली गलौज कर रहे थे. सीएम नीतीश कुमार ने वीडियो सामने आने के बाद जांच के आदेश दिए थे. अब एक सीनियर आईपीएस कटघरे में हैं. आईपीएस विकास वैभव ने एक ट्विट कर लिखा है कि ‘मैं डीजी के गाली गलौज की भाषा से परेशान हो गया हूं’.
सरकार कार्रवाई करेगी
नौकरशाहों के व्यवहार को लेकर राजनीतिक दलों ने भी आपत्ति जाहिर की है. तमाम दलों के नेताओं ने कहा कि उनके आचरण से बिहार की फजीहत हो रही है. सरकार को ऐसे मामलों में गंभीरता दिखानी चाहिए. जदयू प्रवक्ता परिमल कुमार ने कहा है कि हमारे नेता नीतीश कुमार गवर्नेंस के साथ कोई समझौता नहीं करते हैं. अगर नौकरशाह का आचरण अमर्यादित होगा तो उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा है कि बिहार में कानून के खिलाफ आचरण करने की इजाजत किसी को नहीं है. जो कोई भी अभद्र आचरण करेंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और सरकार नियम सम्मत कार्रवाई करेगी.
नौकरशाहों को खुली छूट
भाजपा ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं. पार्टी प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा है कि नीतीश कुमार ने नौकरशाहों को खुली छूट दे रखी है और वह खुद को मुख्यमंत्री से भी ऊपर समझते हैं नीतीश सरकार को चाहिए कि गाली गलौज की भाषा का इस्तेमाल करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें. हम पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय यादव ने कहा है कि यह महात्मा बुद्ध की धरती है. हम यहां से विश्व को शांति और अहिंसा का संदेश देते हैं. जो नौकरशाह गाली गलौज की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं वह बिहार की छवि के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. सरकार को उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है.
क्या है मामला
बता दें कि बिहार कैडर के आईपीएस विकास वैभव 60 दिनों की लंबी छुट्टी मांगी पर उन्हें नहीं मिली. आज भी उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना दर्द साझा किया था, लेकिन उसे तुरंत डिलीट कर दिया था. उन्होंने ट्वीट कर अपनी सीनियर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि होमगार्ड डीजी मैडम से मुझे रोज गालियां सुननी पड़ रही है.



