बेतिया: महिला सिपाही का पंखे से ल’टकता श’व मिलने से स’नसनी,आ’त्महत्या की आ’शंका

बेतिया: पश्चिम चंपारण के बेतिया के मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थित आइटीआइ कालोनी गली नंबर तीन में मंगलवार की शाम एक महिला सिपाही खुशबू कुमारी (सिपाही संख्या 425) का शव उसके कमरे में पंखे से लटकता मिला। महिला सिपाही का फंके से झूलता शव मिलने की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। दंडाधिकारी की मौजूदगी में शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कालेज अस्पताल में भेज दिया गया है। मृतका के स्वजन को इसकी सूचना दी गई है। पारिवारिक कलह में आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है।

बताया गया कि वह कपिलेश्वर राय के मकान में किरायेदार थी। वह मधुबनी जिले के बिस्फी निवासी भिखारी बैठा की 30 वर्षीय पुत्री थी। उसकी शादी दरभंगा के रहने वाले दिलीप कुमार से हुई थी। उसको एक पुत्र व एक पुत्री है, जो अपने पिता के साथ दरभंगा में साथ रहते हैं। मृतका यहां अकेले ही रहती थी। उसका पति कुछ दिनों पर आता रहता है।

एक महीने पहले आया था पति

घटना की सूचना पर एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतका के बगल की फ्लैट में रहने वाली महिला सिपाही अंजली कुमारी से भी पूछताछ की है। आसपास के लोगों ने बताया कि दोपहर में वह ड्यूटी कर फ्लैट में आई थी। फोन पर किसी से बात कर रही थी। खुशबू का पति एक महीने पहले यहां आया था। फिर वह वापस लौट गया।

पड़ोस में रहने वाली महिला सिपाही ने दी जानकारी

वहीं अंजली ने बताया कि उसके फ्लैट की खिड़की खुली थी, जिससे वह पंखे से लटकती हुई दिखी। तब उसने इसकी सूचना पुलिस पदाधिकारियों को दी। इसके बाद मुफस्सिल थानाध्यक्ष राकेश कुमार भास्कर, सर्जेंट मेजर अजय कुमार बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर के बाद एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा की घटनास्थल पर पहुंच गए।

डायल 112 सेवा पर तैनात थी महिला सिपाही

एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि एफएसएल की टीम बुलाई जा रही है। पूरे घटना की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। पुलिस मामले की जांच की जा रही है। सार्जेंट मेजर अजय कुमार ने बताया कि महिला सिपाही बेतिया में वर्ष 2018 से पदस्थापित थी। फिलहाल डायल 112 सेवा पर ड्यूटी थी।

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Muzaffarpur News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading