बिहार का लाल अमित कुमार गंगटोक में शहीद, नम आखों से दी अंतिम विदाई

सारण: बिहार के सारण में सेना के जवान का शव पहुंचते ही कोहराम मच गया. शाहिद की एक झलक देखने को सैकड़ों की संख्या में बाइक सवार जुलूस के साथ पैतृक गांव में पहुंचे. शाहिद जवान की पहचान 45 वर्षीय अमित कुमार सिंह  के रूप में हुई है. वो सेना में हवलदार के पद पर तैनात थे. सिलीगुड़ी मलेट्री छावनी में बहाल थे. शनिवार को ड्यूटी पर कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान उनकी अचानक से मौत हो गई. मौत की खबर मिलते ही गावं में परिजनों के बीच चीखपुकार मच गई है.शहीद का शव पहुंचा गांव

शनिवार की सुबह आर्मी प्रोटोकॉल के तहत शव को गांव लेकर आया गया. गांव में शव पहुंचने के साथ अमर शहीद के नारों से पूरा गांव गूंज उठा. सैकड़ों की संख्या में बाइक पर सवार युवक शव के साथ रैली का स्वागत करते हुए शहीद के गांव पहुंचे. इस दौरान रास्ते मे अलग अलग जगहों पर शहीद के पार्थिव शरीर पर लोगों के द्वारा फूल की बारिश की गई. फौज की तैयारी कर रहे युवक और स्थानीय ग्रामीण हाथ में तिरंगा लेकर शव के साथ नारे लगाकर चलते रहे. इस दौरान युवको द्वारा की जा रही नारेबाजी से लोगों की आंखे आंसुओं से भर जा रही थी. शव को देखने के लिए शहीद के दरवाजे पर हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे.

लोगों ने दी नम आखों से विदाई

उपस्थित लोगों द्वारा पुष्प अर्पित किए जाने के बाद पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट ले जाया गया. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि शाहिद अमित कुमार अपने अन्य सहयोगियों के साथ सिलीगुड़ी सेना छावनी में तैनात थे. शनिवार को कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान अचानक से उनकी तबीयत खराब हुई और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया गया. जहां चिकित्सको ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद परिजनों को सूचित कर शव को प्रोटोकॉल के तरत सारण जिला के भूमिहारा गावं लाया गया. भूमिहरा गांव निवासी अमित कुमार जो गंगटोक में पदस्थापित थे बुधवार को उनकी मौत हुई और आज वो पंचतत्व में विलीन हो गए.

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Muzaffarpur News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading