दरभंगा: बिरौल थाना क्षेत्र के कहुआ जगदीशपुर गांव में पैतृक संपत्ति बेचने और नशापान का विरोध करने पर पति ने पत्नी को पीटकर मार डाला। इसके बाद शव को गांव के ही बड़की पोखर किनारे फेंक दिया। घटना रविवार देर रात की है।
टहलने गए लोगों ने देखा शव
सोमवार की सुबह में टहलने निकले लोगों ने पोखर किनारे शव देखा। मौके पर जुटे ग्रामीणों ने शव की शिनाख्त रामानुज ठाकुर की दूसरी पत्नी रंजू देवी के रूप में की। मृतका की उम्र 48 साल है। सूचना पर बिरौल थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश झा, पुलिस अवर निरीक्षक मनीष कुमार दल बल के साथ पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
भाई ने सुनाई हैवानियत की दास्तान
बहन की हत्या की सूचना मिलने पर बिरौल थाना के नेउरी गांव से पहुंचे भाई रतन कुमार झा ने आरोप लगाया कि रंजू के साथ उसका पति बराबर मारपीट करता था। इसकी सूचना उसने पहले भी बिरौल थाने में दी थी। मृतका के भाई ने बताया कि आरोपी रामानुज पैतृक संपत्ति को बेचकर शराब पीता था जिसका रंजू विरोध करती थी। इसलिए आरोपी रंजू से मारपीट करता था।
पति के डर से दिल्ली रहने लगी थी रंजू
आरोपी रामानुज ठाकुर की शादी रंजू से करीब 35 वर्ष पहले हुई थी। दोनों के तीन बेटे व एक बेटी है। इनमें से एक बेटे व एक बेटी की शादी हो चुकी है। दो बेटे 21 व 19 साल के हैं। तीनों बेटे गांव में ही रहते हैं। रंजू पति के डर से अपनी बेटी के पास दिल्ली रह रही थी। बड़े बेटे की पत्नी का द्विरागमन होना था जिसके लिए तीन माह पहले वह गांव लौटी थी। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
जमीन बेचने का किया विरोध तो मार डाला
रंजू को जानकारी मिली कि उसका पति गांव में जमीन को बेचने जा रहा है। इस बात का जब उसने विरोध किया तो उसकी दर्दनाक हत्या कर दी गई।
दूसरी पत्नी थी रंजू
शराब बेचने के आदी आरोपी पति के पास रंजू से शादी के समय करीब बीस बीघा जमीन थी जो अब घटकर सिर्फ आठ बीघा के करीब बची है। शराब पीने के लिए उसने जमीनें बेच डाली। आरोपी की पहली शादी बिरौल थाने के पोखराम में हुई थी। पहली पत्नी अभी जीवित है और उससे एक बेटा है, जिसकी शादी हो चुकी है। रंजू उसकी दूसरी पत्नी थी।
आरोपी पति और ससुराल वाले फरार
थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश झा ने बताया कि घटना के बाद मृतका के पति समेत ससुराल वाले घर छोड़कर फरार हैं, उनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है।