पश्चिमी चम्पारण: मधुमक्खियों का शहद जितना मीठा और पौष्टिक होता है, उसका डंक उससे कहीं ज्यादा खतरनाक होता है. कहा जाता है कि अगर एक बार मधुमक्खी पीछे पड़ जाए, तो बिना डंक मारे पीछा नहीं छोड़ती. कई मामलों में मधुमक्खियों के काटने के बाद इंसान की मौत तक हो गई है. बावजूद कुछ शरारती लोग इनके छत्तों में पत्थर मार देते हैं, जिसका खामियाजा निर्दोषों को भुगतना पड़ता है. बेतिया में दूल्हे और उसके परिवार को भुगतना पड़ा. दो दिन तक दूल्हा और उसकी मां को इलाज कराना पड़ा.

शादी के रिवाज के दौरान मधुमक्खियों का हमला
यह घटना पश्चिम चम्पारण जिले के बैरिया थाना क्षेत्र के खिरिया घाट की है, जहां एक बगीचे में वैवाहिक कार्यक्रम आम-महुआ की पूजा करने गए दूल्हे और घर की महिलाओं को मधुमक्खियों ने बुरी तरह से काट लिया. मधुमक्खियों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि वहां मौजूद कोई भी शख्स खुद को बचा नहीं पाया. देखते ही देखते स्थिति गंभीर हो गई, जिसके बाद रस्म छोड़ दूल्हे सहित सभी लोगों को बेतिया जीएमसीएच में भर्ती कराया गया. तकरीबन दो दर्जन लोग मधुमक्खियों के हमले के शिकार हुए, जिनमें महिलाओं की संख्या अधिक थी.
दूल्हे के मां की कान में घुस गई मधुमक्खी
बता दें कि बेतिया के मित्रा चौक निवासी वीरेंद्र बैठा के पुत्र सनी कुमार की शादी आज बुधवार को होनी थी. जिसमें वैवाहिक कार्यक्रम को लेकर दो दिन पूर्व बगीचे में आम तथा महुआ के पेड़ की पूजा करने परिवार वाले पहुंचे हुए थे. उस बगीचे में मधुमक्खी का छत्ता भी था. पूजा के दौरान ही किसी ने छत्ते पर पत्थर मार दिया. इसके बाद मधुमक्खियों ने वहां मौजूद सभी लोगों पर हमला बोल दिया.
घटना में दूल्हा, दूल्हे की मां और बहन सहित अन्य सभी सगे संबंधी बुरी तरह जख्मी हो गए. स्थानीय लोगों की मदद से सभी को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. जिसमें दूल्हे और उसकी मां विनीता की स्थिति ज्यादा खराब थी. स्थिति सामान्य होने के कारण आज शादी होने की बात कही जा रही है.