मुजफ्फरपुर: संस्कार भारती एवं स्वर्णिम कला केन्द्र की ओर से परम् श्रद्धेय गुरु नंन्दलाल मिश्र जी के दिवंगत आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है जिसमें गुरु जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा की गयी, अध्यक्षता करते हुए श्री गणेश प्रसाद सिंह जी ने कहा कि वे सरल स्वभाव और शास्त्रीय संगीत में नृत्य एवं गायन के जादूगर थे उनके जाने से कला क्षेत्र में जो क्षति हुई है उसकी पूर्ति असंभव है ।

स्वर्णिम कला केन्द्र की संस्थापिका उषा श्रीवास्तव ने कहा कि कला केन्द्र को गुरु जी अधूरा छोड़ कर चले गये छोटे:-छोटे बच्चो को सीखाने की अद्भुत क्षमता थी गुरु जी में वही सचिव दिव्या स्मृति का रो-रो कर बुरा हाल है कहती हैं कि विश्वास हीं नहीं होता गुरु जी नहीं रहे साथ ही छोटे-बडे शिष्यों ने बडे श्रद्धा के साथ पुष्पअर्पित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अनमोल कुमार,वैष्णवी,शाइस्ता चाँद,ईशी रानी,प्रीति,मिष्ठी ,सुरभि,दीक्षा,अंजलि,चाँदनी,अवनी,आरती कुमारी,हिमांशी,सुर्यान्श,दिव्या,कोमल,खुशी,राधा,मोनिका,सृष्टि आदि की श्रद्धांजलि सभा में उपस्थिति सराहनीय रही।