पटनाः बिहार में सुल्तानगंज-अगुवानी घाट के बीच गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल के गिरने के बाद बिहार सरकार विपक्ष के निशाने पर है. विपक्ष ने जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है, वहीं सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. वहीं नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने खगड़िया में गिरे अगुवानी घाट पुल को लेकर सरकार सरकार पर भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का आरोप लगाया है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सदन में बार-बार विधायकों ने इस पुल के घटिया निर्माण को लेकर बातें की थी. कहा गया था कि जांच होगी जांच क्यों नहीं हुई. इनके भ्रष्ट अधिकारी जांच नहीं होने देते हैं. अब बड़े अधिकारी ही कमीशन लेकर सरकार तक पहुंचाते हैं. नीतीश कुमार आज उसके साथ हैं जो भ्रष्टाचार का द्योतक है और उनमें अब हिम्मत नहीं कि वो न्यायिक जांच कराए क्योंकि इसमें जिन लोगों की संलिप्तता हैं वो सरकार में है.
विजय सिन्हा ने कहा कि पूरे राज्य में भयंकर भ्रष्टाचार व्याप्त है. अधिकारी खुलेआम कमीशन ले रहे है और सरकार में बैठे लोगो तक पहुंचा रहे हैं. ऐसे में इस तरह की घटना होना कोई बड़ी बात नहीं है. आज जो सरकार में अधिकारी कह रहे हैं नीतीश कुमार चुप्पी साधे बैठे हैं. इसका कारण साफ है कि उन्हें जनता से मतलब नहीं है. हम चाहते है की इस घटना की न्यायिक जांच हो साथ ही उन्होंने जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से भी सवाल किया और कहा कि क्या ललन सिंह ऐसे घटना की न्यायिक जांच करवाने को मांग से सहमत हैं. उन्हें भी इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए.
दोबारा गिरा अगुवानी घाट पुलः आपको बता दें कि भागलपुर में निर्माणाधीन अगुवानी घाट पुल एक बार फिर गिर गया है. इससे पहले भी पुल सुल्तानगंज में ढह चुका था, जिसकी जांच अभी चल ही रही है. उधर, रविवार को एक बार फिर खगड़िया की ओर इसी पुल के गिरने से निर्माण कार्य पर सवाल उठने लगे हैं. गंगा नदी में करीब सौ मीटर तक पुल समा गया है. इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना अब तक नहीं मिली है.

