पश्चिम चंपारणः बालासोर ट्रेन हादसे में बिहार के दो और मजदूरों की मौत की पुष्टि हुई है. दोनों की पहचान पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज निवासी के रूप में हुई है. बताया जाता है कि दोनों रिश्ते में मामा भांजा लगते थे और बुधवार को वो मजदूरी करने कोरोमंडल एक्सप्रेस से चेन्नई जा रहे थे. शवों की शिनाख्त होने के बाद जब ये सूचना उनके घर वालों को मिली तो परिजनों समेत गांव में मातम का छा गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
मृतक के भाई सोहन पासवान ने बताया कि दोनों बुधवार को मजदूरी करने चेन्नई जा रहे थे. कोरोमंडल एक्सप्रेस में उसका टिकट था. जब उन्हें ट्रेन हादसे के बारे में पता चला तो उन्होंने शत्रुघ्न और बजरंगी से उनके मोबाइल फोन पर संपर्क किया, लेकिन दोनों का मोबाइल नंबर स्विच ऑफ बता रहा था. रेलवे द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करने के बाद रविवार देर रात उनकी मौत की खबर मिली. इधर, मुखिया प्रतिनिधि राजेश सिंह मृतक के घर पहुंचे और परिवार वालों को ढाढस बांधते हुए पूरी मदद का आश्वासन दिया.
शव को लाने बालासोर गए हैं परिजनः मुखिया प्रतिनिधि राजेश सिंह ने बताया कि मृतक के परिजन बालासोर चले गए हैं. वहां से शवों को लाने का प्रयास किया जा रहा है. बालासोर ट्रेन हादसे का शिकार हुए शत्रुघ्न पासवान और बजरंगी कुमार के परिवार वाले बेहाल हैं.
सूचना पर शत्रुघ्न पासवान की पत्नी कुसुम देवी और बजरंगी के पिता मोहन पासवान सहित परिवार के अन्य सदस्य बालासोर के लिए रवाना हो गए हैं. ट्रेन हादसे में बेटे और पोते को खोने वाली मैना देवी फूट-फूट कर रो रही हैं. घर पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई है हर कोई परिजनों को सांत्वना देने का प्रयास कर रहा है.

