सीवान: बिहार के सीवान में इस्कॉन मंदिर से जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली गई. जिसमें हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. इस रथ यात्रा में भारी संख्या में महिला श्रद्धालुओं ने भी हिस्सा लिया. यात्रा में शामिल लोग भक्ति के गीतों पर झूमते नजर आए. बता दें कि यात्रा में शामिल रथ की सजावट फूलों से की गई थी, जो आकर्षण का केंद्र रहा. वहीं फूलों से सजे रथ को आरती करने के बाद शहर के श्रीनगर से निकाला गया, जो की जेपी चौक, बबुनिया मोड़ होते हुए फिर श्रीनगर में वापस पहुंचा.
इस्कॉन मंदिर इंदौर के सेवक रूपचंद दास ने बताया कि रथ के ऊपर विराजे भगवान जगन्नाथ जी को 56 भोग लगाया गया. रथ के ऊपर विराजमान होकर भगवान जगन्नाथ, बलदेव, सुभद्रा और सुदर्शन को पूरे सीवान का भ्रमण कराया गया. वहीं यह दृश्य सभी भक्त के लिए काफी खास रहा. रथ के साथ मधुर कीर्तन चलता रहा और भीषण गर्मी के बावजूद लोग रास्ते भर नाचते रहे. जिस वजह से पूरे सीवान शहर में धार्मिक वातावरण बना रहा.
रस्सी खींचने से पूर्ण होती है मनोकामना
सीवान में निकाली गई जगन्नाथ रथ यात्रा में रस्सी पकड़कर खींचने के लिए भक्तों ने भी दिलचस्पी दिखाई. बताया जाता है कि भगवान जगन्नाथ की बहन ने एक बार नगर देखने की इच्छा जताई थी. तब जगन्नाथ और बलभद्र अपनी लाडली बहन को रथ में बैठाकर नगर दिखाने के लिए निकल पड़े. इस दौरान अपनी मौसी के घर गए. यहां 7 दिन तक रहे थे. तभी से जगन्नाथ रथ यात्रा निकालने की परंपरा शुरू हो गई. माना जाता है कि जगन्नाथ रथ यात्रा में जो रथ में रस्सी पकड़कर आगे खींचता है. उनकी सभी मनोकामना पूरी होती है.


