शेखपुराः बिहार के शेखपुरा के शेखोपुरसराय थाना क्षेत्र अंतर्गत दरोगीबीघा और चरुआवां गांव के ग्रामीणों के बीच रोड़ेबाजी और मारपीट की घटना हुई. जिसमें दोनों पक्ष के करीब दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए. जिनका इलाज शेखोपुरसराय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित बरबीघा के निजी अस्पताल में किया जा रहा है. पूरा विवाद बगीचे से आम तोड़ने को लेकर हुआ है.
पुलिसकर्मियों को भी हटना पड़ा पीछे
मारपीट की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे शेखोपुरसराय अपर थानाध्यक्ष कौशलेश कुमार ने दोनों गांव के ग्रामीणों को समझाने की पूरी कोशिश की, लेकिन दोनों तरफ से मारपीट और रोड़ेबाजी इतनी तेज होने लगी कि पुलिसकर्मियों को भी पीछे हटना पड़ा. आखिर में सूचना मिलने पर जिला पुलिस प्रशासन को खुद मोर्चा संभालना पड़ा. जहां पुलिस अधीक्षक और एसडीपीओ अरविंद कुमार सिन्हा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पहुंचे पुलिस बलों के जवानों ने हालात पर काबू पाया.
पुलिस ने 23 लोगों को हिरासत में लिया
इस दौरान पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया. दोनों पक्ष के 23 लोगों को सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने और शांति भंग करने का आरोप में हिरासत में लिया गया है. इस संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि शुक्र पासवान का 8 वर्षीय पुत्र दीपक कुमार आम के बगीचे में शौचालय करने के लिए गया था, जहां भोलू मियां के पुत्र ने दीपक कुमार पर आम चोरी करने का आरोप लगाते हुए पकड़कर मारपीट किया और उसे अपने साथ घर चरुआवां लेकर चला गया.

घटना में दर्जनों लोग हुए घायल
इसकी सूचना मिलने पर मवेशी चरा रहे दरोगीबीघा के युवकों ने गांव की 2-3 महिलाओं को बच्चे को वापस लाने भेजा, जहां उन्होंने बच्चे को तो वापस भेज दिया लेकिन पीछे से 40-50 की संख्या में पहुंचे चरुआवां के लोगों ने दरोगीबीघा के महिलाओं और मवेशी चरा रहें युवाओं पर हमला कर दिया. पीछा करते हुए गांव तक पहुंच गए और गांव में भी मारपीट और तोड़फोड़ की. जिससे गिरजा देवी, अरविन्द पासवान सहित दर्जनों लोग घायल हो गए. वही बांके पासवान सहित कई लोगों के घर के सामान को तोड़फोड़ दिया गया.
गांव के बुजुर्गों के साथ थाने में हुई बैठक
इस संबंध में एसडीपीओ अरविंद कुमार सिन्हा ने बताया कि सूचना मिलने पर हमलोगों ने घटनास्थल पर पहुंचकर 23 लोगों को हिरासत में लिया और दोनों पक्ष के लोगों को समझा-बुझाकर शांत कर दिया गया. घटना को लेकर दोनों गांव के बड़े बुजुर्गों के साथ थाना में बैठक की गई. जहां दोनों पक्ष के लोगों ने शर्मिंदगी जाहिर करते हुए घटना पर अफसोस जताया और भविष्य में इस तरह की घटना ना होने का आश्वासन दिया.
