फारबिसगंज शहर के नरपतगंज प्रखंड के बढ़ेपारा गांव स्थित जट प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य रुपेश कुमार ने शनिवार की रात्रि अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रुपेश नरपतगंज प्रखंड के बढ़ेपारा गांव स्थित जट प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य थे। घटना शनिवार देर रात की बताई जा रही है। सूचना मिलते ही फारबिसगंज पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
रुपेश ने कमरा अंदर से किया था बंदघटना के संदर्भ में स्वजन ने बताया कि शनिवार की रात करीब 10 बजे प्रधानाचार्य रुपेश कुमार आवास में खाना खाकर सोने चले गए थे। रात के 10:30 बजे पत्नी और बच्चे खाना खाने के बाद जब नीचे पहुंचें तो देखा कि कमरा अंदर से बंद है। काफी आवाज देने के बाद भी कोई जवाब नहीं आया तो कमरे का दरवाजा तोड़ दिया गया।
पड़ोसियों ने शव को नीचे उतारा
दरवाजा तोड़ तो देखा कि रुपेश कुमार पंखा में लटके हुए थे। स्वजन की रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। फिर शव को नीचे उतरा गया। मृतक दो भाइयों में सबसे छोटा था। बड़ा भाई अररिया न्यायालय में पेशकार हैं। वहीं, मृतक की दो बेटियां हैं। बड़ी पुत्री 12 वर्ष की है। घटना के बाद स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
मामले की पुष्टि करते हुए थानाध्यक्ष आफताब अहमद ने बताया कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का नजर आ रहा है। हालांकि, इसके पीछे पारिवारिक विवाद की बातें भी सामने आ रही हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों की वास्तविक जानकारी मिल सकेगी। इधर, प्रधानाचार्य की मौत की खबर सुनकर प्लस-टू द्विजदेनी स्मारक उच्च विद्यालय के प्राचार्य विकास कुमार भारती, पार्षद प्रतिनिधि रंजीत राय, बंटी कुमार, सूर्यनारायण पटेल, शिवेश कुमार सहित बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ लगी थी।

