पूर्वी चंपारण: पूर्वी चंपारण जिले का एक ऐसा गांव है जहां सालों भर गेंदा फूल की खेती कर किसान मालामाल हो रहे हैं। सदर प्रखंड मोतिहारी का बासमनपुर गांव के किसानों की फूल की खेती खूब भा रही है। फूल गांव के नाम से चर्चित इस गांव के किसान विगत कई साल से फूल की खेती में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस गांव में हर साल 45 से 50 एकड़ तक गेंदा फूल की खेती किसान करते हैं। गेंदा फूल की खेती से प्रति एकड़ 2.5 लाख से 3 लाख तक कमाई कर रहे हैं।
साल में दो बार करते हैं गेंदा की खेती
इस गांव के किसान साल भर में दो बार फूल की खेती करते हैं। रबी मौसम में फूल की खेती करते हैं। फिर इसके बाद खरीफ सीजन में इसकी खेती करते हैं। फूल की खेती के लिए कोलकाता से इसके पौधे मंगाते हैं। फूल की खेती के लिए खेत की अच्छी जुताई कर तैयारी करते हैं। फिर पौधे लगाते हुए इसकी सिंचाई से लेकर निकौनी आदि समय पर करते हैं। जिससे फूल की अच्छी पैदावार मिलती है।
मंडी में करते हैं फूल की सप्लाई
फूल की खेती करने के बाद तीन से चार माह तक इसकी तुड़ाई होती है। किसान गेंदा फूल तैयार होने पर इसकी माला गूथते हैं। बीस माला की एक कूड़ी के हिसाब से मोतिहारी फूल मंडी में लाकर बेचते हैं। शादी ब्याह के मौसम व पर्व त्यौहार के सीजन में फूल की मांग अधिक रहती है। सरस्वती पूजा,दशहरा व छठ पूजा के समय गेंदा फूल की मांग अधिक रहने पर एक कूड़ी 200 रुपये तक बिक जाती है।
लेकिन ऑफ सीजन में एक कूड़ी गेंदा फूल की मांग नहीं रहने पर औने पौने दाम में बेचना पड़ता है। जिससे उम्मीद के अनुसार कमाई नहीं होती। बासमनपुर गांव के किसान बालेश्वर प्रसाद, मिथिलेश कुमार, अखिलेश प्रसाद, योगेन्द्र प्रसाद, श्रवण भगत, गुड्डु कुमार, लक्ष्मण चौरसिया, मुन्ना प्रसाद, सुरेन्द्र प्रसाद आदि ने बताया कि हर साल वे दो बार गेंदा फूल की खेती करते हैं। फूल की खेती से अन्य फसल की तुलना में अच्छी कमाई होती है।