यहां मिलता है मलाई वाला गुलाब जामुन, रसीला स्वाद लोगों को कर देता है दीवाना

लखीसराय : किऊल नदी के तट पर बसा लखीसराय जिला लजीज मिठाई के लिए प्रसिद्ध है. यहां की मिठाई आस-पास के क्षेत्रों के अलावा दूसरे राज्यों में भी काफी प्रचलित है. यहां वैसे तो बड़हिया को मिठाई की नगरी कहा जाता है, लेकिन इसके अलावा भी लखीसराय के कई हिस्सों में लजीज मिठाई तैयार की जाती है, जो अपने अलग स्वाद के लिए लोगों के बीच काफी मशहूर है. आज आपको मलाई वाले गुलाब जामुन के बार में बताएंगे. इस मिठाई को खाने के लिए आपको लखीसराय जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर भानपुरा पंचायत के पिपरा गांव जाना होगा. बाबा लाइन होटल मलाई मारकर गुलाब जामुन खिलाने के लिए काफी मशहूर है.

बनाये ऐसे गुलाब जामुन Gulab Jamun जो आपको बाजार में भी नहीं मिलेंगे - Gulab  Jamun Recipe - YouTube25 रुपए में मिलता है एक पीस 
बाबा लाइन होटल में गुलाब जामुन तैयार करने वाले कारीगर मनोज प्रसाद गुप्ता ने बताया कि गुलाब जामुन तो आपने बहुत खाए होंगे, लेकिन यहां अनोखे तरीके से गुलाब जामुन तैयार किए जाते हैं. गुलाब जामुन बनाने में शुद्ध दूध का इस्तेमाल किया जाता है. 500 पीस गुलाब जामुन बनाने के लिए 50 केजी दूध और 30 केजी चीनी का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें अरारोट और सोडा का प्रयोग होता है. उसके बाद चासनी में डुबोने के बाद गुलाब जामुन खाने के लिए तैयार हो जाता है और ग्राहकों को मलाई मार के गुलाब जामुन दिया जाता. वहीं एक गुलाब जामुन की कीमत 25 रुपए है. लोग बड़े चाव से मलाई वाला गुलाब जामुन खाते हैं.

15 लाख है हर माह का टर्नओवर
बाबा लाइन होटल के मालिक अभय कुमार बताते हैं कि पिछले 10 वर्षों से स्वादिष्ट गुलाब जामुन ग्राहकों को खिला रहे हैं. उन्होंने बताया कि प्रत्येक दिन लगभग 500 पीस गुलाब जामुन की बिक्री हो जाती है. उन्होंने बताया कि कुल 15 लोगों को इस लाइन होटल के माध्यम से रोजगार दिया है. जिनमें से प्रत्येक लोगों को 20 हजार मासिक वेतन दिया जा जाता है. वहीं मासिक टर्नओवर की बात करे तो 15 लाख से अधिक का है. इस लाइन होटल में अन्य प्रकार के व्यंजन जैसे समोसा, लिट्टी, और छैना पायस काफी ज्यादा प्रसिद्ध है और यह होटल 24 घंटे खुला रहता है.

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