जमुई : जिले में एक ऐसा छतनुमा चबूतरा है जिसके नीचे रोजाना बच्चों का स्कूल लगता है और उन्हें पढ़ाया जाता है. इसमें न तो ब्लैक बोर्ड है, न ही बेंच-डेस्क है. साथ हीं स्कूल का न ही कोई कार्यालय है, लेकिन इसके बावजूद भी इस स्कूल का संचालन किया जा रहा है. यहां रोजाना बच्चे पढ़ते भी आते हैं.
दरअसल, जमुई जिला के खैरा प्रखंड क्षेत्र के गोपालपुर पंचायत के गोसाईडीह गांव में सरकारी स्कूल का अपना भवन नहीं है. यहां कागजों पर विद्यालय चलता है और शिक्षकों का पदस्थापन भी यहां पर किया गया है. परंतु विद्यालय भवन नहीं होने के कारण बच्चों को एक छतनुमा चबूतरा के नीचे पढ़ाना पड़ता है.
चारों तरफ से खुला हुआ है यह चबूतरावर्तमान में जिस चबूतरा के नीचे बच्चों को पढ़ाया जा रहा है वह चारों तरफ से खुला हुआ है. बारिश में बच्चे भीगते रहते हैं, गर्मियों में गर्म हवा के थपेड़े से भी बच्चों को दो-चार होना पड़ता है. साथ हीं कड़कड़ाती ठंड के बीच बच्चों को इसी चबूतरे में बैठकर पढ़ना पड़ता है. विद्यालय के प्रधान शिक्षक संजय कुमार यादव ने बताया कि विद्यालय में वर्तमान में 48 बच्चों का नामांकन है और 2 शिक्षकों का पदस्थापन यहां किया गया है. प्रतिदिन 70 से 80 फीसद बच्चे स्कूल आते हैं और इसी चबूतरे पर पठन-पाठन करते हैं.