भागलपुर : बिहार के भागलपुर में गंगा के बाद अब कोसी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. जिले के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत खरीक प्रखंड के भवनपुरा पंचायत के मैरचा गांव में उफनती कोसी नदी कहर बरपा रही है. यहां एक पक्का मकान चंद सेकेंडों में ताश की पत्तों की तरह बिखर गया और नदी के बहाव में समा गया. इस घटना के बाद ग्रामीणों की नींद उड़ गई है. लोग प्रशासन की लापरवाही से नाराज हैं.

मिली जानकारी के मुताबिक, अभी तक यहां दर्जनों मकान कोसी नदी में समा चुके हैं. ग्रामीण फूलो दास ने बताया कि हर वर्ष हमलोग कटाव का दंश झेलते हैं. हमको बाढ़ से नहीं, कटाव से डर लगता है. यहां के कई घर कोसी में समा चुके हैं. अभी तक एक दर्जन से अधिक घरों को उफनती कोसी नदी लील चुकी है, लेकिन प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है. जब इसको लेकर जनप्रतिनिधि से बोलते हैं तो सिर्फ आश्वासन मिलता है. तस्वीर भयावह है. लोग डरे और सहमे हुए हैं. बीते तीन दिन से भीषण कटाव हो रहा है.

डर से रात को नहीं आती है नींद
ग्रामीणों ने बताया कि उनको नींद नहीं आती है. सबसे ज्यादा डर रात को लगता है. रात होते ही कटाव तेज हो जाता है. हमेशा यह डर लगता है कि कब मेरे घर की बारी आ जाएगी. रतजगा करना पड़ रहा है. गांव के लोग अपने घर को खुद तोड़ कर उसकी ईंट निकाल रहे हैं. ग्रामीण संतोष साह ने बताया कि कर्ज लेकर घर बनाये थे, लेकिन अब यह कोशी में समाने को आमदा है. कम से कम ईंट निकाल ले रहे हैं ताकि यह किसी दूसरी जगह काम आ जायेगा. नदी के कटाव के कारण यहां से कई लोग अपना घर छोड़ कर दूसरी जगह शरण लेने को मजबूर हैं.