पटना : लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों के गठबंधन I.N.D.I.A की बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में प्रस्तावित है. इससे पहले बिहार में बयानों की सियासत तेज हो गई है. ”हमको कुछ नहीं बनना है”, इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले संयोजक बनाए जाने के सवाल पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीएम नीतीश कुमार का ये बयान इन दिनों सुर्खियों में है. इंडिया अलायंस के ‘सूत्रधार’ माने जाने वाले इस बयान पर तंज कसते हुए जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने सवाल खड़े किए हैं. पीके प्रशांत किशोर ने कहा, नीतीश के पास न दल बचा, न इमेज, उन्हें संयोजक कैसे बनाया जाए?

प्रशांत किशोर ने कहा, जहां तक विपक्षी एकता से सन्दर्भ में नीतीश के प्रयास का सवाल है, उनकी अपनी हालत इतनी खराब है. जिनका अपने राज्य में अपना पैर रखने का ठिकाना नहीं है, तो आप देश के स्तर पर भला क्या करेंगे? पीके ने आगे कहा, अगर, आप ऑर्डर में देखें, तो सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस है, उसके बाद तृणमूल, उसके बाद डीएमके है, जो पूरे-पूरे राज्य जीतकर बैठे हैं, उनके पास 20-20, 25-25 एमपी हैं. वे अपने राज्यों में जीतने का दावा कर सकते हैं. नीतीश कुमार के पास कुछ है ही नहीं, न दल बचा है, न इमेज बचा है तो किस आधार पर आपको संयोजक बना दिया जाए? आप कर्नाटक, तमिलनाडु, बंगाल में जाकर देखिए भला कौन नीतीश कुमार की चर्चा कर रहा है.
इंडिया की बैठक में होंगे कई फैसले
‘इंडिया’ गठबंधन की इस बैठक के एजेंडे में आम चुनावों के लिए रणनीतियां तय करने के साथ ही और कई चीजें भी शामिल हैं. दिल्ली में ‘इंडिया’ गठबंधन का हेडक्वार्टर बनाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हो सकती है. इस बैठक में गठबंधन के लिए संयोजक या चेयरपर्सन पद के प्रस्ताव पर चर्चा होगी. साथ ही कोऑर्डिनेशन कमेटी के गठन को अंतिम रूप देने पर चर्चा होगी.
बताया जा रहा है कि विपक्षी पार्टियों की इस बड़ी बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के प्रस्ताव पर चर्चा होने की उम्मीद है. इसके साथ ही मीडिया में विपक्ष का पक्ष जोरदार ढंग से रखने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रवक्ताओं की नियुक्ति के प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी. भविष्य में सामूहिक रैली करने पर बैठक में चर्चा हो सकती है.