बांका के लाल ने किया कमाल, बनाया नायाब इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस

बिहार : बांका का लाल किसान के बेटे विकाश ने कमाल कर दिया. केन्द्र या राज्य सरकार ऐसे होनहार इंजीनियर पर ध्यान दें, तो बिहार सहित देश का नाम रौशन करेंगे. वीरों और विद्वानों की भूमि बिहार प्रदेश के बांका जिले के एक युवा ने सरकार को विकास की दिशा में रफ्तार तेज करने के उद्देश्य से एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का मॉडल तैयार किया है. यह मॉडल रिमोट सेंसर और इंटरनेट के जरिए संचालित होता है, जिससे कहीं दूर बैठकर ही आप अपने मोबाइल से अपने घर या अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के बिजली को एक कमांड के साथ बंद कर सकते हैं. इस मॉडल के डिवाइस को अगर देश के वैज्ञानिकों के समक्ष प्रदर्शन के बाद पेटेंट करा लिया जाता है, तो बड़ी-बड़ी कंपनियां भी इसकी खरीददार बन सकती है.

बांका के लाल ने किया कमाल

इसमें इलेक्ट्रोमैगनेट चीप के जरिए संदेश प्रेषित किया जायेगा. इससे काफी हद तक ऊर्जा संरक्षण क्षेत्र में क्रांति आने की संभावना है, क्योंकि कहीं से भी कभी भी कोई व्यक्ति अपने डिवाइस को कमांड देकर बिजली संचालन बंद कर सकते हैं. इससे मजदूरों के कार्य में भी कमी आयेगी. ऐसा इस किशोर वैज्ञानिक विकास कुमार का दावा है. किशोर वैज्ञानिक बांका जिले के धोरैया प्रखंड के रणगांव पंचायत के सरबा गांव के रहने वाले संजय मंडल के पुत्र विकास कुमार मंडल है, जिन्होंने 2016 में मैट्रिक परीक्षा के बाद 2022 में उड़ीसा के गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग से डिप्लोमा की पढ़ाई की है. रौशन ने बताया कि वह इस काम को सफल करने के लिए लगातार अपने शिक्षकों और दोस्तों का सहयोग ले रहे थे.

कैसे और कहां से मिली प्रेरणा

विकास कुमार के पिता का नजदीक के पंजवारा बाजार में इलेक्ट्रॉनिक का दुकान है, जहां वह अपने पिताजी के साथ जाता था और काम देखता था. इस डिवाइस को बनाने की प्रेरणा उसे बचपन में हुए गांव में एक दुर्घटना के बाद ही मिला. उनके गांव में एक बार विद्युत करंट से आग लगने पर एक व्यक्ति की झुलस कर मौत हो गई थी. इस दौरान बिजली का कनेक्शन किसी कारणवश कट नहीं हो पाया था. जिस वजह से इन्होंने ऐसी सुविधा इजाद करने के लिए यह सेंसर संचालित डिवाइस बनाया.

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