अररिया: असत्य पर सत्य की जीत के साथ दशहरा का पर्व संपन्न हो गया. विजयादशमी के दिन देशभर में मां दुर्गा को नाम आंखों से विदाई दी गई. इसी कड़ी में बिहार के अररिया जिले में भी धूम-धाम से मां को विदाई दी गई. इस दौरान भक्तों की आंखें नम थी, भक्तों ने जय माता दी के जयकारे के साथ अगले साल फिर आने का न्योता देकर मां को कंधे पर विदाई दी. शहर के करीब बहने वाली परमान नदी के त्रिसुलिया घाट पर माता की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया.
कंधे पर विदाई देने की परंपरा
अररिया में वर्षों से एक परंपरा चली आ रही है कि यहां मां दुर्गा की प्रतिमा को कंधे पर लेकर लोग मंदिर से घाट तक जाते हैं. बता दें कि अररिया शहर के आधा दर्जन दुर्गा मंदिरों से प्रतिमाओं का विसर्जन कर दिया गया. सभी मंदिरों से निकाली गई प्रतिमा शहर के मुख्य चौराहे चांदनी चौक पर पहुंची थी, जहां प्रतिमा का परिक्रमा कराया गया. इसके बाद हटिया रोड होते हुए काली मंदिर चौक पहुंची जहां फिर प्रतिमा को कंधे पर रखकर परिक्रमा किया गया. उसके बाद शहर से करीब बहने वाली परमान नदी के त्रिसुलिया घाट पर प्रतिमाओं का विसर्जन कर दिया गया.

घाट पर मेला जैसा माहौल
मां की प्रतिमाओं को विसर्जन करने के दौरान घाट सहित शहर के विभिन्न जगहों पर मेले जैसा माहौल था. जहां खाने-पीने की दर्जनों दुकानों को अस्थाई रूप से लगाया गया था. वहीं सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन की तरफ से पूरी व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त थी. सदर एसडीओ नवनील कुमार और एसडीपीओ राम पुकार सिंह, हेडक्वार्टर डीएसपी फखरे आलम खुद घाट और शहर की निगरानी कर रहे थे. बहरहाल शांतीपूर्ण और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच माता की विदाई का कार्यक्रम संपन्न हुआ.