सरस्वती पूजा में पूरे जिले में कड़ी चौकसी रहेगी। पूजा को देखते हुए पूरे जिले में 243 दंडाधिकारी तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा निर्धारित किए गए स्थानों पर 1200 से अधिक जवान तथा करीब तीन सौ पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की जाएगी। प्रशासनिक स्तर पर संवेदनशील इलाकों में कड़ी चौकसी बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं। 14 फरवरी को सरस्वती पूजा का आयोजन जिले में किया जाएगा। सरस्वती पूजा में पूरे जिले में छोटे-बड़े बड़ी संख्या में पूजा पंडाल स्थापित किए जा रहे हैं। प्रशासनिक स्तर पर पूजा पंडालों के साथ ही आसपास के इलाकों में नजर रखने के लिए पूजा के दिन से प्रतिमा विसर्जन कार्य की समाप्ति तक दंडाधिकारियों की तैनाती की गई है। तमाम दंडाधिकारियों को निर्धारित किए गए स्थान पर योगदान करेंगे।

प्रशासन ने पर्व को देखते हुए संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर वहां अतिरिक्त चौकसी बरतने के निर्देश जारी किया है। जिलाधिकारी व एसपी ने पर्व को देखते हुए दिशानिर्देश जारी किया है। जिसमें धार्मिक अनुष्ठान व पूजा में बाधा डालने वालों पर कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है। साथ ही बगैर लाइसेंस से पूजा पंडाल स्थापित करने तथा मूर्ति विसर्जन जुलूस में भाग लेने वाली पूजा समितियों पर कार्रवाई का निर्देश जारी किया है।
निर्धारित रूट से ही निकलेगा जुलूस
प्रशासनिक स्तर पर मूर्ति विसर्जन का जुलूस निर्धारित किए गए रूट से ही ले जाने का निर्देश जारी किया है। प्रशासनिक स्तर पर मूर्ति विसर्जन जुलूस का लाइसेंस प्राप्त करने का निर्देश दिया गया है। प्रशासन ने निर्धारित रूट का अक्षरश: अनुपालन कराने का निर्देश जारी किया है।

24 घंटे कार्य करेगा नियंत्रण कक्ष
सरस्वती पूजा को लेकर जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा, जो चौबीस घंटे काम करेगा। यहां आठ-आठ घंटे की पाली में वरीय पदाधिकारी के अलावा दंडाधिकारियों की तैनाती करने का निर्देश दिया गया है। जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर में स्थापित किया जाएगा।