महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) योजना के तहत मजदूरी को संशोधित किया गया है। अलग अलग राज्यों में मेहनताने में चार से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।

एक अधिसूचना के अनुसार, अब योजना के तहत अकुशल श्रमिकों को देश में सबसे ज्यादा 374 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी हरियाणा में मिलेगी जबकि सबसे कम मेहनताना उन्हें अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड में मिलेगा जहां इस योजना के तहत काम करने पर मजदूरों को 234 रुपये प्रति दिन की मजदूरी मिलेगी।

बिहार में मजदूरों को अब 228 रुपये प्रति दिन मिलेंगे
सिक्किम की तीन पंचायतों ग्नथांग, लाचुंग और लाचेन में मजदूरी दर 374 रुपये प्रतिदिन है। बिहार ने 17 रुपये की वृद्धि कर मेहनताना 228 रुपये कर दिया है।

लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लगे होने की वजह से चुनाव आयोग की मंजूरी के बाद केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने योजना के तहत मिलने वाली मजदूरी में बदलाव की अधिसूचना जारी की। योजना के तहत 2023 की मजदूरी दरों पर बढ़ोतरी की गई है।

गोवा में मजदूरी दर में 34 रुपये की बढ़ोतरी की गई है जो देश में सबसे ज्यादा है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड ने सात रुपये का इजाफा किया है जो सबसे कम है तथा अब मनरेगा के तहत काम करने पर श्रमिक को प्रति दिन 237 रुपये मिलेंगे। lबिहार में मजदूरों का मेहनताना 17 रुपये बढ़ाया गया l वहीं उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड ने मजदूरी में मात्र सात रुपये बढ़ी।
