पवन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा को टक्कर देने काराकाट से चुनावी मैदान में उतरी किरण प्रभाकर

समाजसेवी किरण प्रभाकर ने काराकाट लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। बुधवार को शहर के एक होटल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने इस आशय की जानकारी दी। कहा कि चुनाव लड़ने का फैसला कई गांवों में दौरा कर जनता से रायशुमारी के बाद लिया है।

Kiran Prabhakar eyes Karakat seat can stake claim in Lok Sabha elections | किरण प्रभाकर की नजर काराकाट सीट पर, लोकसभा चुनाव में ठोक सकती हैं दावा | Hindi News,किरण प्रभाकर ने कहा कि काराकाट लोकसभा क्षेत्र में कई ऐसे गांव हैं जहां विद्यालय नहीं हैं, वहां के बच्चों को पांच से दस किलोमीटर दूर पढ़ने जाना पड़ता है। सत्ता के लिए यह चुनाव नहीं, बल्कि सेवा समर्पण और समृद्धि के लिए चुनाव लड़ रही हूं। किरण प्रभाकर ने कहा कि मुझे जनता की परेशानियों को समझने व उसे दूर करने का अनुभव प्राप्त है।मंदिर यात्रा कर सौ से अधिक मंदिरों का जीर्णोद्धार कराने व समृद्धि मेला के माध्यम से सात सौ युवाओं को रोजगार देने के अलावा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में बहुत सारे कार्य उनके द्वारा अबतक किया जा चुका है।

किरण प्रभाकर को नौकरी वाली दीदी के नाम से जानते हैं लोग

किरण प्रभाकर को लोग नौकरी वाली दीदी के नाम से भी जानते हैं। किरण प्रभाकर समाजसेवी के रूप में काम कर रही हैं। किरण प्रभाकर के मुताबिक उनके छोटे से प्रयास से कई कंपनियों में 700 लोगों का सिलेक्शन हुआ था। इन लोगों को रोजगार मिला था। उन्होंने कहा कि गांव के युवाओं और किसानों के लिए उन्होंने कई पैमाने बनाए हैं। उन्होंने कहा कि किसान की हालत सुधारने के लिए वह काम करेंगी। ध्वस्त मंदिर के निर्माण के लिए काम करेंगी।

आपको बता दें कि इसी सीट से पवन सिंह ने भी ताल थोक दी है।  इसके साथ ही आज पवन सिंह ने अपने खुद के चुनावी प्रचार के लिए जो गाना रिलीज किया है. उस गाने के लिरिक्स आईल काराकाट तोहर पवनवा, मांगेला घूमी घूमी आशीर्वाद है.पवन सिंह और शिवानी सिंह ने इस चुनावी गाने को मिलकर गाया है. ‘आशीर्वाद मांगे पवनवां’ गाना पवन सिंह के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है।

 

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Muzaffarpur News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading