बिहार में अक्सर ऐसे कई मामले देखने को मिलते है, जिसे सुन सभी हैरान हो जाते हैं. अब एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसकी कहानी सुनकर कुछ देर के लिए आप भी सोच में पड़ जाएंगे. दरअसल एक युवक के द्वारा पहले शादी का झांसा देकर तीन सालों तक यौन शोषण किया गया. फिर जब लड़की प्रेग्नेंट हो गई, तो मामला पंचायत तक पहुंच गया. जहां पंचायत के द्वारा उसकी मंदिर में शादी कराई गई. खास बात तो यह है कि जब लड़की ने अपने गर्भ से एक बालक को जन्म दिया, तो कुछ ऐसा हुआ, जिसने सभी के होश उड़ा दिए.

सास बच्चे को लेकर हो गई फरार
दरअसल, उक्त महिला जब अपने गर्भ में पल रहे बच्चे को जन्म देने वाली थी, तो उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया गया. जहां उसे अकेले छोड़कर ससुराल वाले अपने घर फरार हो गए. 2 दिन तक सब ठीक रहा, लेकिन तीसरे दिन उसकी सास अस्पताल पहुंची और बच्चे को गोद में उठाकर अपने साथ ले गई. काफी समय बीत जाने के बाद जब महिला ने अपने बच्चों को ढूंढा, तो उसे बताया गया कि उसका बच्चा मर गया है. इसके बाद महिला रोते-बिलखते अपने मायके पहुंची, जहां अपने माता-पिता को सारी कहानी बताई. इसके बाद उसके माता-पिता बेटी को साथ में लेकर उसके ससुराल पहुंचे. लेकिन ससुराल वालों ने उसको रखने से इनकार कर दिया और धक्के देकर घर से बाहर निकाल दिया गया.
क्यों थाने लेकर पहुंची शिकायत
इसके बाद महिला अपने परिजनों के साथ थाने पहुंची और थाने में शिकायत दर्ज कराया. दर्ज शिकायत में महिला ने बताया है कि उसकी शादी बीते वर्ष 2023 में 11 अक्टूबर को हुई थी. शादी के बाद से सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था. लेकिन शादी के 3 महीने के बाद से ही दहेज के रुपए की डिमांड की जाने लगी. महिला ने कहा मेरे माता-पिता गरीब हैं और पंचायत की मदद से शादी कराई गई है. जब महिला कुछ बोलती, तो उसकी पिटाई की जाती थी. बावजूद सब कुछ सहते हुए वह घर में रह रही थी. लेकिन जब यह कांड हुआ, तो उसने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई.
यह है पूरा मामला
यह पूरा मामला सीतामढ़ी जिले के परिहार थाना क्षेत्र का है. जहां मसहा गांव के वार्ड नंबर 3 के रहने वाले महेश मंडल की बेटी सरिता के साथ उसी गांव के रहने वाले मिश्री मंडल के पुत्र पप्पू कुमार तीन सालों तक शादी का झांसा देकर यौन शोषण करता रहा. जब भी शादी के लिए लड़की बोलती, वह बात को टालमटोल कर देता था. अंत में जब लड़की 5 महीने की गर्भवती हो गई, तो गांव में पंचायती रखी गई. पंचायत में सभी ने दोनों की शादी करने का निर्णय लिया. इस दौरान लड़के वालों ने कहा कि शादी का खर्च लड़की वाली को उठाना पड़ेगा. हालांकि इस दौरान 5 लाख रुपए की डिमांड की गई. लेकिन पंच ने उसकी एक ना सुनी और मंदिर में शादी करवा दी गई. उसके बाद से कुछ दिनों तक सब कुछ ठीक चलता रहा. लेकिन पिछले 3 महीने से महिला को काफी प्रताड़ित किया जा रहा था.




