मुजफ्फरपुर में 20 मई को मतदान के दिन चुनाव ड्यूटी से 62 पीठासीन अधिकारी समेत 144 मतदानकर्मियों के गायब रहने का मामला सामने आया है। इसको लेकर डीएम ने संबंधित कर्मियों को शोकॉज जारी किया है। आरोपी कर्मियों से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई होगी। आपको बता दें पांचवें चरण में बिहार की पांच सीटों पर वोटिंग हुई थी। जिसमें मुजफ्फरपुर शामिल था।

डीएम के मुताबिक लोकसभा चुनाव के सफल संचालन के लिए लंगट सिंह कॉलेज स्थित डिस्पैच सेंटर पर 18 मई को पीठासीन पदाधिकारी के साथ अन्य मतदानकर्मियों (पी वन, पी टू व पी थ्री) को योगदान करने का निर्देश दिया गया था। हालांकि 144 कर्मी अनधिकृत रूप से डूयूटी से अनुपस्थित रहे। शोकॉज में चुनाव ड्यूटी में योगदान नहीं देने को अनुशासनहीनता, स्वेच्छाचारिता और कर्तव्यहीनता माना गया है। गायघाट विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 14 पीठासीन पदाधिकारी ड्यूटी से गायब रहे।

इसके अलावा सकरा में 13, औराई में 12, बोचहां में 9, मुजफ्फरपुर में 8 और कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 6 पीठासीन पदाधिकारियों ने प्रतिनियुक्ति के बावजूद ड्यूटी नहीं की। इन पदाधिकारियों के साथ 82 अन्य मतदानकर्मी भी शामिल हैं। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने इस मामले में लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के तहत कार्रवाई को लेकर कार्मिक कोषांग के नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिए हैं।
आपको बता दें मुजफ्फरपुर में शांतिपूर्ण मतदान रहा है। और सबसे ज्यादा 58.10 फीसदी वोटिंग भी हुई है। हालांकि, सोमवार को अधिकतर जगहों पर गर्मी की तपिश नहीं थी। कुछ क्षेत्रों में तो बूंदाबांदी के बीच वोट पड़े।

