मोतिहारी: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह भूमि व राजस्व मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि भूमि सर्वे से घबराने की जरूरत नहीं है। अगर आपके पास भूमि है और उसकी मालगुजारी रसीद कटती है तो केवल रसीद दिखाएं। किसी दूसरे कागजात की जरूरत नहीं है। भूमि सर्वें को लेकर गलतफहमी के लोग शिकार हो रहे हैं। खासकर ग्रामीण इलाकों में संशय की स्थिति है।

उन्होंने कहा कि भूमि के कई प्रकार हैं। पूर्वजों के नाम पर भूमि है और बंटवारा कागजी स्तर पर नहीं हुआ है। आपसी सहमति से भूमि पर कब्जा है। इस स्थिति में आपसी सहमति से वंशावली बनवाकर कब्जाधारी उसे सत्यापित करें। इसके बाद भूमि आपकी ही रहेगी।

भूमि विवाद के मामले कम होंगे- जायसवाल
जायसवाल ने कहा कि जिस भूमि पर विवाद है या फिर मामला कोर्ट में है उसे अभी होल्ड पर रखा जाएगा। इस प्रकार की भूमि पर सामान्य सर्वे होने के बाद विचार किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के बाहर रहने वाले लोगों को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है। उनकी भूमि सुरक्षित रहेगी। भूमि का सर्वे हो जाने के बाद लोगों को राहत मिलेगी। भूमि विवाद के मामले कम होंगे।

प्रदेश अध्यक्ष रविवार देर शाम परिसदन में स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह के 75वें जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। कहा कि मैंने प्रबंधन की डिग्री ली है, लेकिन पूर्वी चंपारण के सांसद ने इतने लंबे समय से अनुशासित तरीके से माइक्रो प्रबंधन किया है, इनसे सीख लेने की जरूरत है।