बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में आतंकी हमले में बिहार के तीन मजदूरों की मौत पर संवेदना व्यक्त की है. साथ ही सीएम ने तीनों श्रमिकों के परिजनों को सीएम राहत कोष से 2-2 लाख रुपये देने की भी घोषणा की है.


आतंकी हमले में मारे गए मजदूरों के परिवार को कल्याण विभाग के जरिए संचालित योजनाओं से नियमानुसार अन्य लाभ भी दिए जाएंगे. बिहार सरकार ने केंद्र सरकार से बात कर तीनों मजदूरों के शवों को समुचित व्यवस्था के साथ लाने का निर्देश दिया है.
कश्मीर में मरे बिहारी मजदूरों को 2-2 लाख का मुआवजा
सीएम नीतीश कुमार के अलावा प्रदेश के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा ने भी इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह के कायराना हरकत किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वहीं, जम्मू-कश्मीर में बिहार के मजदूरों की हत्या पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है.


कहां है 56 इंच का सीना?
उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश में रोजगार होता तो लोगों को बिहार छोड़कर बाहर नहीं जाना पड़ता. ना वो बाहर जाते और ना ही आतंकी हमले में मारे जाते. पिछले कुछ समय से लगातार बिहार के मजदूरों को कश्मीर में टारगेट किया जा रहा है.

पीएम मोदी 56 इंट के सीने की बात कर रहे थे. कहां है 56 इंच का सीना? आगे बोलते हुए मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि महागठबंधन की सरकार के दौरान तेजस्वी यादव ने महज 17 महीने में 5 लाख रोजगार दिया.

रविवार की देर रात आतंकी हमला
आपको बता दें कि रविवार की रात को गांदरबल जिले में आतंकियों ने अचानक से हमला कर दिया. इस हमले में एक डॉक्टर समेत 7 लोगों की हत्या कर दी गई. इन 7 लोगों में से तीन लोग मजदूर बिहार के रहने वाले थे. जिनकी पहचान फहीम नासिर (सेफ्टी मैनेजर), कलीम और मोहम्मद हनीफ के रूप में हुई है.

झारखंड में आरजेडी का अपना जनाधार
वहीं, इस हमले में कई लोग घायल भी हो गए. इस बीच झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में आरजेडी गठबंधन के बीच हुए सीट बंटवारों से नाखुश नजर आ रहे हैं.


इसे लेकर जब पार्टी नेता से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि झारखंड में आरजेडी का अपना जनाधार है और कई सीटों पर आरजेडी मजबूत स्थिति में हैं. उचित सीटों को लेकर अल्टीमेटम दे दिया गया है.
