लोक आस्था और सूर्योपासना का महापर्व छठ का बाजार सज गया है. बाजार खरीदारों को भारी भीड़ उमड़ रही है. हालांकि, पिछले अन्य वर्षों के तुलना में इस साल पूजन सामग्री की कीमत आसमान छू रही है. बावजूद इसके महंगाई पर आस्था भारी पड़ रही है.


महंगाई के बावजूद श्रद्धालु फल, सूप, ढाकी, पूजन सामग्री की खरीदारी कर रहे हैं. अररिया का चांदनी चौक, फारबिसगंज का फैंसी मार्केट, फुलवड़िया, रानीगंज, काला बलुआ हाट छठ के सामानों से सज गया है. जहां छठ के पारंपरिक लोक गीत फिजा में अलग ही मिठास घोल रही है. खरीदारों की उमड़ी भीड़ के कारण ट्रैफिक व्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. भारी भीड़ के कारण जाम से रास्ते से गुजरने वाले राहगीर परेशान हैं.



भारी ट्रैफिक को देखते हुए अररिया एसपी अमित रंजन के निर्देश पर भीड़ भाड़ वाले इलाकों में अलग से पुलिस बलों और अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. तैनात पुलिस के जवान और अधिकारी ट्रैफिक नियंत्रण को लेकर कड़ी मशक्कत करते नजर आए.


ट्रैफिक पुलिस के जवान भी मुस्तैदी से भीड़ को नियंत्रित कर रहे हैं. सामानों की खरीदारी के लिए चांदनी चौक पहुंची भागेश्वरी देवी, रामजी साह आदि ने कहा कि इस साल नारियल से लेकर अन्य सामानों की कीमतें आसमान छू रही है. सूप, डाला से लेकर हरेक पूजन सामग्री की कीमत काफी है.


छठ पूजा में लगने वाले सामान
सूखा नारियल 35-60 रुपये से लेकर 80 रुपये पीस के भाव पर बिक रहा है. लौकी 40 रुपये से लेकर 80 रुपये अदद तक बिक रही है. सेब 150 से लेकर 250 रुपये के भाव पर बिक रहा है. पूजा का केला 40 से लेकर 60 रुपये दर्जन में बिक रहा है. छठव्रती ज्योति ने बताया कि पूजा की सामग्री के दाम काफी बढ़ गए हैं. फिर भी हम लोग किसी भी तरह से खरीदारी कर रहे हैं. सरकार को बाजार की वस्तुओं के बढ़ते दाम पर लगाम कसनी चाहिए.

दुकानदार ने बताया कि छठ पूजा पर केला और नारियल से सभी दुकानदारों की तगड़ी कमाई हो जाती है, उन्होंने बताया कि तीन से चार गाड़ी केला सिर्फ मेरे दुकान से बीक जाता है जिससे छठ पूजा पर बढ़िया कमाई अर्जित करते हैं, उन्होंने बताया कि कुर्सेला से केला लाते हैं जबकि नारियल केरल से मंगवाते हैं.
