सीएम नीतीश के मंत्री को फंसने का डर, बोले सवाल मत कीजिए हम फंस जाएंगे…

सीएम नीतीश के मंत्री को 10 महीने के बाद भी उनके विभाग की जानकारी नहीं है। मंत्री जी से जब पत्रकारों ने उनके विभाग से जुड़े सवालों को पूछना शुरु किया तो मंत्री जी सकपका गए और बोलने लगे कि अभी हम नए हैं इनता सवाल मत पूछिए हम फंस जाएंगे। मंत्री जी ने बड़े आसानी से ये कहते हुए अपना पलड़ा तो झाड़ लिया लेकिन उनके इस जवाब से सियासी गलियारों में बवाल जरुर मच गया। आखिरी 10 महीने में मंत्री जी अपने विभाग की जानकारी नहीं ले सकें तो कब उन्हें अपनी विभाग की जानकारी होगी। आखिरी मंत्री जी अपने विभाग के विकास के लिए काम बिना जानकारी के करेंगे तो करें करेंगे कैसे?

हम अभी नए हैं…

दरअसल, बिहार सरकार के उद्योग मंत्री और 10 महीने पहले गन्ना मंत्री बने कृष्णनंदन पासवान बुधवार को भागलपुर पहुंचे। वे भाजपा के जिला अध्यक्ष की घोषणा के सिलसिले में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। इस दौरान उन्होंने सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता की। प्रेसवार्ता में जब पत्रकारों ने गन्ना खेती से जुड़े सवाल पूछे, तो मंत्री हंसते हुए बोले, “हम अभी नए मंत्री बने हैं। विभाग के बारे में सारी जानकारी नहीं है। आप सब इतना सवाल करिएगा तो हम फंस ही जाएंगे। अब इसे यहीं रहने दीजिए।”

गन्ना खेती के लिए सरकार की योजनाएं

मंत्री का यह जवाब तब आया जब उनसे भागलपुर में गन्ना खेती के घटते रुझान और इसे बढ़ावा देने के लिए सरकार की योजनाओं पर सवाल किया गया। सवालों से बचते हुए मंत्री ने कहा, “अब माइक हटा लीजिए। फिर कभी हमलोग बात करेंगे।” इस दौरान मंत्री कृष्णनंदन पासवान ने गन्ना खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि गन्ना किसानों को प्रति क्विंटल 20 रुपए की बढ़ोतरी दी गई है। लंबे समय से बंद सीतामढ़ी की चीनी मिल को फिर से चालू किया गया है। राज्य के सभी जिलों में गन्ना प्रोसेसिंग प्लांट लगाने की योजना है, जिससे किसानों को सुविधाएं मिलेंगी। इच्छुक किसानों के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू की गई है, और उन्हें 50% सब्सिडी पर प्रोसेसिंग प्लांट उपलब्ध कराया जाएगा। किसानों को उन्नत बीज उपलब्ध कराने के साथ-साथ जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं।

विपक्ष पर साधा निशाना

मंत्री ने राजद प्रमुख लालू यादव और विपक्ष पर भी तीखे तंज कसे। उन्होंने कहा, “लालू यादव का सत्ता में लौटने का सपना अब भी अधूरा है। 2025 के विधानसभा चुनाव में राजद सिर्फ 15 सीटों पर सिमट जाएगी।” प्रशांत किशोर पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, “जनता भगोड़ों को पसंद नहीं करती। प्रशांत किशोर राजनीति में नए हैं और पैसों के दम पर पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो संभव नहीं है।”

विभागीय जानकारी पर सवाल

हालांकि, प्रेसवार्ता में मंत्री का यह कहना कि वे विभाग की सभी योजनाओं की जानकारी में नए हैं, चर्चा का विषय बन गया। इससे उनकी तैयारी और विभागीय कार्यों के प्रति गंभीरता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

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