पटना की सड़क पर सैकड़ों बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ उतरे खान सर: री-एग्जाम को लेकर बड़ा आंदोलन, भारी बवाल

बिहार की राजधानी पटना में आज एक बार फिर 70वीं बीपीएससी अभ्यर्थी भारी बवाल कर रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी पटना की सड़क पर उतर गए हैं । अभ्यर्थियों के साथ लोकप्रिय खान सर भी मौजूद हैं। 70वीं बीपीएससी को दोबारा आयोजित करने की मांग को लेकर आज एक बार फिर पटना में बवाल जारी है। जानकारी अनुसार खान सर सबूत के साथ सड़क पर उतरे हैं। उन्होंने दावा किया है कि अब आयोग को दोबारा परीक्षा लेना ही होगा। मालूम हो कि 70वीं बीपीएससी परीक्षा को दोबारा कराने के लिए अभ्यथी पिछले 62 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं।

खान सर पहुंचेंगे गर्दनीबाग

बता दें कि, पटना में आज BPSC 70वीं PT परीक्षा को रद्द करवाने के लिए कैंडिडेट्स एक बार फिर सड़कों पर उतर गए हैं। प्रदर्शन में हजारों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल हैं। छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले खान सर का भी समर्थन प्राप्त हुआ है। खान सर छात्रों के समर्थन में गर्दनीबाग धरनास्थल जा रहे हैं। खान सर अभ्यर्थियों के हूजुम के साथ मार्च करते हुए गर्दनीबाग जा रहे हैं। पटना की सड़कों पर भारी भीड़ के बीच खान सर उतर गए हैं।

हाईकोर्ट में आज सुनवाई की उम्मीद

री-एग्जाम का मामला पटना हाई कोर्ट में भी चल रहा है। इस मामले में पहली सुनवाई 16 जनवरी को हुई थी। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने 30 जनवरी से पहले BPSC को एफिडेविट देने का आदेश दिया था। हालांकि, कोर्ट ने PT एग्जाम पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। इसके बाद कई बार मामला लिस्टेड होने के बावजूद सुनवाई नहीं हुई। आज इस मामले में सुनवाई की संभावना है। यह मामला आज 37 नंबर पर लिस्टेड है।

पीके की याचिका पर सुनवाई

प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज समेत कई अन्य याचिकाएं BPSC 70वीं PT री-एग्जाम को लेकर पटना हाईकोर्ट में दायर की गई हैं। इन्हें अब एक साथ जोड़ दिया गया है। जनसुराज के अलावा पूर्णिया सांसद पप्पू यादव और खान सर की ओर से भी हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिसमें री-एग्जाम कराने और प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों के खिलाफ दर्ज FIR को वापस लेने की मांग की गई है।

खान सर का बड़ा खुलासा

मालूम हो कि बीते दिन खान सर ने दावा किया था कि उनके हाथ ऐसा सबूत लगा है जिसको देखकर कोर्ट को री एग्जाम का फैसला लेना होगा। खान सर ने कहा था कि, “13 दिसंबर को परीक्षा हुई थी, और इसके लिए तीन सेट बनाए गए थे। यह इसलिए किया गया था ताकि अगर एक सेट में कोई गड़बड़ी हो, तो बाकी दो सेटों का इस्तेमाल किया जा सके। एक सेट का उपयोग करने के बाद बाकी दो सेटों को ट्रेजरी में जमा किया जाता है। हमने दो महीने तक ट्रेजरी से यह जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की कि क्या इन सेटों को 13 दिसंबर को सभी ट्रेजरी में सही तरीके से जमा किया गया था।”

खान सर का दावा – कोर्ट अब री-एग्जाम का आदेश देगा

खान सर ने आगे बताया, “हमें बाद में यह पता चला कि नवादा और गया की ट्रेजरी में प्रश्न सेट ही जमा नहीं किए गए थे। बापू परीक्षा परिसर में जो धांधली हुई थी, उसके कारण वहां करीब 5-6 हजार बच्चों का री-एग्जाम कराना पड़ा था। 4 जनवरी को जो दोबारा परीक्षा होनी थी, आयोग ने उनके लिए नए प्रश्न सेट भी नहीं बनाए थे। नवादा और गया की ट्रेजरी से जो प्रश्न पेपर गायब हो गए थे, वही पुराने पेपर फिर से थमा दिए गए। इसके कारण 13 दिसंबर को जो परीक्षा हुई, उसमें सिर्फ 6 प्रतिशत बच्चे पास हुए, जबकि 4 जनवरी को हुई परीक्षा में 19 प्रतिशत बच्चे पास हुए।” उन्होंने यह भी कहा, “अब हमारे पास ऐसा महत्वपूर्ण सबूत है, जिससे हाई कोर्ट में हमारी जीत तय है। अब कोर्ट री-एग्जाम का आदेश देगा।”

 

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