पटना: जमीन के बदले नौकरी घोटाले में लालू परिवार पर ईडी की दबिश तेज हो गई है. मंगलवार को जहां पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और आरजेडी विधायक तेजप्रताप यादव से पूछताछ हुई थी, वहीं आज आरजेडी अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू यादव की बारी है. उनको पूछताछ के लिए पटना स्थित प्रवर्तन निदेशालय के जोनल कार्यालय में पेश होना है.

राबड़ी और तेजप्रताप से पूछताछ: मंगलवार को ईडी ने राबड़ी देवी और तेजप्रताप यादव से कई घंटों तक पूछताछ चली. राबड़ी जहां सुबह 10:30 बजे ईडी दफ्तर पहुंचीं, वहीं तेजप्रताप करीब 12 बजे पूछताछ के लिए पहुंचे.

मीसा भारती ने कहा कि दोनों ने सभी सवालों के जवाब दिए हैं. बुधवार को लालू यादव को भी ईडी ने बुलाया है.

लालू यादव पर आरोप है कि 2004 से 2009 के बीच मनमोहन सरकार में रेल मंत्री रहने के दौरान रेलवे की ग्रुप-डी भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों से नौकरी के बदले उनकी जमीन अपने परिवार और करीबियों के नाम ट्रांसफर करवाया था.

ईडी की चार्जशीट में 7 जगहों पर लालू परिवार की जमीन मिलने का जिक्र किया गया है. लालू परिवार पर 600 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है.

2022 में सीबीआई ने दर्ज की प्राथमिकी: 18 मई 2022 को सीबीआई ने 16 नामजद समेत अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया था. 20 मई 2022 को बिहार-दिल्ली में 16 ठिकानों पर छापेमारी हुई थी.

27 जुलाई 2022 को लालू के करीबी भोला यादव और हृद्यानंद चौधरी को गिरफ्तार किया गया था. 24 अगस्त को जहां बिहार, दिल्ली और गुरुग्राम में आरजेडी नेताओं के ठिकानों पर रेड पड़ी थी, जबकि 7 अक्टूबर 2022 को सीबीआई ने लालू और मीसा समेत 14 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की. इस बीच लालू-राबड़ी और अन्य लोगों से सीबीआई ने पूछताछ भी की.