संसद में पेश किए गए आर्थिक सर्वे में नौकरियों की संख्या बढ़ाने और श्रम कानून में सुधार करने रिटायरमेंट की उम्र और न्यूनतन वेतन की सीमा को भी बढ़ाने पर बल दिया गया है।
आर्थिक सर्वेक्षण में न्यूनतम आय को बढ़ाने के लिए बात कही गई है। इसका कहना है कि न्यूनतम मजदूरी या फिर आय को बढ़ाने से गरीब लोगों को सबसे ज्यादा फायदा होगा।

सर्वे में महिलाओं को भी पुरुषों के समान वेतन देने की सिफारिश की गई है। वेतन या फिर मजदूरी बढ़ने से लोगों की खपत में बढ़ोतरी तो होगी, इसके साथ ही यह मध्यम वर्ग के लिए भी लाभकारी होगा।
सर्वे में रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने का भी प्रस्ताव दिया गया है। कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने सुझाव दिया है कि 2021-41 की अवधि में श्रम बल की हिस्सेदारी के रूझानों के हिसाब से सरकार को अतिरिक्त रोजगार के अवसर सृजित करने होंगे, ताकि श्रम बल में सलाना हो रही वृद्धि के हिसाब से रोजगार भी उपलब्ध कराए जा सके। इसलिए रिटायरमेंट की उम्र को बढ़ा दिया जाए।
