कहते हैं कि शनिदेव (shani dev) हर व्यक्ति के कर्मो का हिसाब रखते हैं और अच्छे बु’रे कर्म पर फल भी देते हैं। ऐसे में लोग इस बात से भ’यभीत रहते हैं कि कहीं शनिदेव उनसे क्रु’द्ध न हो जाएं और हर व्यक्ति चाहता है कि उसके घर परिवार पर शनिदेव की कृपा (shani dev blessing) बनी रहे।

आपको बता दें कि शनिदेव जितनी जल्द क्रो’धित होते हैं, उतनी ही जल्दी प्रसन्न भी होते हैं। एक तरफ उनके क्रो’ध से जहां व्यक्ति क’ठिनाइयों से घिर जाता है, नहीं उनकी प्रसन्नता प्राप्त करके क’ठिनाइयों से मु’क्ति मिलती है और बि’गड़े हुए काम ते’जी से बनने लगते हैं। अगर आप भी शनिदेव को प्रसन्न करके उनकी कृपा पाना चाहते हैं तो आपके ये बेहद आसान उपाय (shani dev remedies) करेंगे होंगे।
शनिदेव का लोहे से गहरा संबंध है। अगर आपको प्रतीत हो रहा है कि शनिदेव आपसे ना’राज है और आपके ऊपर छाए सं’कट खत्म होने का नाम नहीं ले रहे तो शनिवार के दिन काले घोड़े की नाल से बनी अंगूठी को मध्यमा उंगली में धारण करें। शनिवार को सरसों के तेल का दान करें और सुबह के समय शनि मंदिर (shani mandir) में सरसों का तेल चढ़ाएं। तेल चढ़ाने से पहले उस बरतन में अपना चेहरा जरूर देख लें।

संभव हो सके तो किसी गरीब को सरसों का तेल दान करें, इससे शनिदेव खुश होंगे और आपका भाग्य चमकने लगेगा। हर शनिवार की शाम पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से भी शनिदेव की रु’ष्टता कम होती है। शनिवार के दिन काली चीटिंयों को आटा खिलाने से शनिदेव खुश होते हैं। अपने घर के आस पास जहां कहीं भी चीटिंयों का बिल देखें वहां आटा डालें और शनिदेव का नाम ज’पते हुए लौट आएं।
आटे में शक्कर जरूर मिलाएं।शनिवार के दिन काली वस्तुओं का दान करें। भूलकर भी काली चीजें खरीद कर घर न लाएं अन्यथा शनिदेव प्रसन्न होने की बजाय क्रुद्ध हो जाएंगे। जितना संभव हो सके, काली दाल, काला कंबल, काला छाता, लोहे के बर्तन गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान करें। दिन में काले तिल लेकर शनि मंदिर में पूजा करके अर्पण करें।

इससे शनिदेव आपके घर में सुख समृद्धि लाने में सहायक सिद्ध होंगे। कहते हैं कि बंदर हनुमान जी का रूप होते हैं और हनुमान जी को पूजने और खुश करने से शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं। इसलिए शनिवार के दिन बंदरों को गुड़ और चना खिलाएं। इससे हनुमान जी के साथ साथ शनि कृपा भी हासिल होगी और आपके बि’गड़े काम बनने लगेंगे।
