
MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : मुख्यमन्त्री ग्राम परिवहन योजना की जिले में प्रगति नही होने पर जिलाधिकारी ने नारा’जगी प्रकट करते हुए हि’दायत दी कि निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध संतोषजनक उपलब्धि नही होने पर स’ख्त का’र्रवाई की जाएगी।
समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आहूत परिवहन विभाग की समीक्षात्मक बैठक में उन्होंने कहा कि योजना की प्रगति संतोषजनक नहीं है। जिला में अबतक अनुदान भुगतान में लक्ष्य का मात्र 10.86 प्रतिशत का ही लक्ष्य प्राप्त किया जा सका है जो कि निराशाजनक है। उन्होंने जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिन प्रखंडों की उपलब्धि संतोष’जनक नही है उनसे स्पष्टीकरण पूछा जाय साथ ही निर्देश दिया कि डीटीओ अपने स्तर से इस योजना के क्रियान्वयन पर नजर रखें।

इस संबंध में जिला परिवन पदाधिकारी ने बताया कि उक्त योजना अंतर्गत जिले का कुल लक्ष्य 1925 है जिसमे 209 लाभुकों को वाहन हस्तगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि सभी बीडीओ को इस योजना के क्रियान्वयन को लेकर सख्त निर्देश दिए गए है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिला में प्रथम, द्वितीय और तृतीय चरण के चयनित लाभुकों को यथाशीघ्र विहित प्रक्रिया के अनुरूप भुगतान की का’र्रवाई की जाय।

उन्होंने कहा कि सरकार की यह एक महत्वाकांक्षी योजना है। डीएम ने कहा कि आवागमन की सुविधाओं में विस्तार तथा कम’जोर वर्ग के बेरोजगारों को रोजगार मिले, इस उद्देश्य के साथ इस योजना की शुरुआत की गई है। अतः इसके क्रियान्वयन में उदा’सीनता बरतने पर का’र्रवाई की जाएगी। वही परिवहन विभाग द्वारा वसूले गए राजस्व के समीक्षा के क्रम में शमन (वाहन जांच में विभिन्न प्रकार के जु’र्माने को वसू’लना) द्वारा वसूली लक्ष्य के विरुद्ध कम होने पर डीएम ने नारा’जगी प्रकट की और व’सूली में तेजी लाने के निर्देश दिए।

बैठक में बताया गया कि वाहन जां’च के क्रम में जो भी जु’र्माना वसूला जाता है उसका जुलाई माह का लक्ष्य 57 लाख था जिसके विरुद्ध कुल वसूली 23 लाख 74 हजार ही हुई। दूसरी तरफ टैक्स वसूली 100 प्रतिशत से अधिक रही है। डीटीओ ने बताया कि जुलाई 2019 में कुल लक्ष्य 13 करोड़ 4 लाख के विरुद्ध कुल 144334000 रुपये टैक्स के रूप में वसूले गए जो कि लगभग 111% रहा वही जून माह में 128.92% मई में 124% और अप्रैल में 131% टैक्स वसू’ले गए। बैठक में डीडीसी उज्ज्वल कुमार, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी कमल सिंह के साथ विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

