करनाल गैं’गरे’प की पी’ड़िता के साथ आठों आ’रोपियों ने किसी जानवर की तरह ब’र्ताव किया. उसके साथ ह’द दर्जे की द’रिंदगी की. पी’ड़िता ने जब पुलिस को आपबीती सुनाई तो कई लोग सहम गए. पी’ड़िता ने पुलिस को बताया कि जब आ’रोपी उस पर टू’ट पड़े तो वो उनका वि’रोध कर रही थी. उन्हें रो’कने की कोशिश कर रही थी.
बस यही बात आ’रोपियों को इतनी नागवार गुजरी कि उन्होंने एक लोहे के पाइप से उसकी पि’टाई की. करनाल गैं’गरे’प की पी’ड़िता अब चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में भ’र्ती है. डॉक्टर उसे बचाने की कोशिश में जुटे हैं. उसके जिस्म को इस कदर नों’चा गया है कि उसके नाजुक अंग भी उसके साथ हुई दरिं’दगी की कहानी बयां कर रहे हैं.
उसके जिस्म का कोई ऐसा हिस्सा नहीं, जहां चो’ट ना हो ज’ख्म ना हो. कई जगह से उसका शरीर नीला दिख रहा है.ज्यादती के नि’शान उसके बदन पर साफ झल’क रहे हैं. आरो’पियों का वह’शीपन याद करके वो सहम जाती है. उसने पुलिस को दिए गए बयान में बताया कि जब एक आ’रोपी उसे बु’लाकर अपने साथ ले गया तो उसे अंदाजा नहीं था कि उसके साथ इस तरह की वार’दात होने वाली है. जब वो सारे द’रिंदे उस पर टू’ट पड़े तो वो बचने की कोशिश करने लगी.
वो रो-रो कर ह’वस के भूखे भेड़ियों से रहम की भीख मांग रही थी. उसे छोड़ देने की गु’हार लगा रही थी. लेकिन आ’रोपियों पर केवल ह’वस का भू’त सवार था. वो हर हाल में उसके जिस्म को नों’च लेना चाहते थे. उन्होंने उसकी फरि’याद नहीं सुनी. जब पी’ड़िता ने वि’रोध जताया तो लोहे के पाइप से उसे पी’टा. उसकी ची’खें वहां गूंज रही थी. लेकिन मदद करने वाला कोई नहीं था.

