
दोपहर बाद इमलीचट्टी व माड़ीपुर सर्किट हाउस पंप के मोटर को खोलकर मरम्मत के बाद भेज दिया गया है। दाउदपुर कोठी पंप के मोटर को रविवार शाम को ही मरम्मत के लिए भेज दिया गया था। अचानक शहर के तीन वाटर पंप के जलने पर नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर पंपों के मोटर जलने के दो मुख्य कारण सामने आए हैं। पहला पंप से सिल्ट का आना और दूसरा पंप हाउस की वायरिंग व स्विच बोर्ड का जर्जर और खराब होना। नगर निगम में जलकार्य के लिए फिलहाल कोई भी वाटर पंप का जानकार अभियंता नहीं है। इस कारण पीएचईडी के एक अभियंता की मांग की है। उन्हें पत्र लिखा गया है। उम्मीद है कि जल्द निगम को एक अभियंता मिल जाएगा। जांच के बाद पंप के अचानक जलने के कारणों का पता चल सकेगा।

इधर, तीनों पंप के ठप होने के कारण 15 से 20 हजार लोग अचानक पेयजल संकट की च’पेट में आ गए हैं। खासकर तीज व चौथ चंद्र के कारण खासा परेशानी हुई है। लोगों को पानी के लिए भाग-दौड़ लगानी पड़ी। चापाकलों पर पानी के लिए भीड़ लगी रही। सबसे ज्यादा परेशानी गुजराती मोहल्ले में हुई। यहां पानी के लिए मोहल्ले के लोगों को स्टेशन और खुदीरामबोस स्टेडियम पंप से पानी लाना पड़ा। दाउदपुर कोठी में भी लोग पानी के लिए एमआईटी व न्यू पुलिस लाइन का चक्कर लगाना पड़ा। दूसरे पंप से जोड़कर आपूर्ति की कोशिश निगम के जलकार्य विभाग के अनुसार, इमलीचट्टी पंप से जुड़े इलाके के लोगों को खुदीरामबोस स्टेडियम पंप और कस्टम समबर्सिबल पंप से पानी आपूर्ति कराने की कोशिश की जा रही है। वहीं, सर्किट हाउस जुड़े इलाके में माड़ीपुर पीडब्ल्यूडी पंप और सर्किट हाउस 2 पंप से पानी की आपूर्ति कराने की कोशिश जारी है। बताया कि मंगलवार शाम तक तीनों पंपों ठीक हो जाने की उम्मीद है।
Source: live hindustan