राजधानी #PATNA में अक्टूबर में दो बड़े आयोजन, देखें..

#PATNA : बिहार सरकार अक्टूबर में दो बड़े आयोजन करेगी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर 2 और 3 अक्टूबर को गांधी की याद में राजधानी पटना में भव्य आयोजन होगा। वहीं राजगीत के रत्नागिरी में स्थिति विश्व शांति स्तूप की 50वीं वर्षगांठ 25 अक्टूबर को धूमधाम से मनायी जाएगी। इस समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द को बिहार सरकार ने आमंत्रित किया है।

दोनों ही समारोहों को पर्यटन, शिक्षा, कला संस्कृति समेत सरकार के प्रमुख महकमे आयोजित करने में अभी से जुटे हैं। गांधी की 150वीं जयंती पर बिहार सरकार द्वारा समारोहों की शुरुआत अप्रैल 2017 में शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय विमर्श से की थी। दो वर्षीय समारोह के समापन की कड़ी में भी अगले 2-3 अक्टूबर को ज्ञान भवन में गांधी के विचारों पर विमर्श आयोजित होगा। इसके लिए देशभर के प्रमुख गांधीवादियों से बातचीत कर शिक्षा विभाग कार्यक्रम को अंतिम रूप देने में जुटा है।

2 और 3 अक्टूबर को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में कला संस्कृति विभाग की ओर से भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा। बिहार संगीत नाटक अकादमी को इसका नोडल बनाया गया है। पहले दिन शाम को पं. विश्वमोहन भट्ट का वीणा वादन होगा। इसके बाद बाल भवन किलकारी के बाल कलाकार महात्मा गांधी पर केन्द्रित नाटक का मंचन करेंगे। 3 अक्टूबर को सुश्री कलापिनी कोमकली गांधी के भजनों की प्रस्तुति देंगी। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, नई दिल्ली द्वारा इस मौके पर ‘पहला सत्याग्रही नाटक का मंचन किया जाएगा। इसके साथ ही चित्र प्रदर्शनी और फिल्म शो भी होंगे।

विश्व शांति स्तूप के 50वें स्थापना दिवस के पूर्व भगवान बुद्ध और उनके संदेश राजगीर के हर दरो-दीवार पर दिखेंगे। कला संस्कृति विभाग उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के सहयोग से पूरे शहर में भित्ति चित्र बनवाएगा। राजगीर के कन्वेंशन सेंटर में 25 अक्टूबर की शाम सरोजा वैद्यनाथन बुद्ध पर नृत्य नाटिका की प्रस्तुति देंगी। किलकारी के बच्चे भी अपनी प्रस्तुति देंगे। बिहार म्यूजियम की ओर से चित्रों की प्रदर्शनी लगेगी।


कला संस्कृति विभाग के उप सचिव तारानंद वियोगी के नेतृत्व में सोमवार को एक टीम राजगीर पहुंची। स्थल निरीक्षण के बाद 25 के आयोजन को रूप दिया जाएगा। निरीक्षण में उपेन्द्र महारथी संस्थान के अशोक कुमार सिन्हा, कला संस्कृति के उप निदेशक संजय सिंह, फिल्म निगम के डीके सिंह और बिहार म्यूजियम के अमृत प्रकाश भी हैं।

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