
MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : AK 47 की वजह से लगातार बिहार का माहौल गरम रह रहा है. AK 47 जैसे अत्याधुनिक और स्वचालित हथि’यार की जद से मुजफ्फरपुर जिला भी अछूता नहीं रहा है. समीर कुमार ह’त्याकां’ड हो या कांटी थाना के वीरपुर निवासी ठेकेदार एवं ट्रेवल एजेंसी संचालक प्रणव शाही उर्फ अतुल शाही की ह’त्या या मिठनपुरा के चतुर्भुज स्थान-तीनकोठिया इलाके में मोतिहारी के राम प्रवेश की ह’त्या.
इन सभी ह’त्याओं में AK 47 का बेधड़क प्रयोग किया गया है. एनआईए द्वारा मुंगेर, बरहद से दर्जनों AK 47 की बराम’दगी के बाद मोकामा विधायक बाहुबली अनंत सिंह के घर से AK 47 बरा’मदगी का मामला सुर्ख़ियों में है. इस बार अत्या’धुनिक हथि’यार AK 47 की बराम’दगी तो नहीं हुई है, लेकिन भारी मात्रा में उसके कार’तूस जरूर बरा’मद किये गए हैं.

रविवार की रात बिहार एसटीएफ की टीम को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. एसटीएफ ने अत्या’धुनिक स्वचालित हथि’यारों व कार’तूसों की तस्क’री करने वाले तीन शा’तिर हथि’यार तस्क’रों को धर दबोचा है. गिर’फ्तार तस्क’रों से तला’शी के दौरान इनके पास से कुल 1610 राउंड जिन्दा कार’तूस बरा’मद किये गए हैं. इसमें अकेले AK 47 में इस्तेमाल की जाने वाली 7.65 बोर की 1300 पीस गो’ली शामिल है. इसके अलावा .315 बोर की गो’ली 180 पीस, .30 बोर की 100 पीस और .12 बोर की 30 गो’ली भी शामिल है.

मिली जानकारी के अनुसार, बिहार एसटीएफ की टीम को भारी मात्रा में कार’तूसों की तस्क’री किए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी. स्पेशल इनपुट के आधार पर ही बिहार एसटीएफ की टीम ने वैशाली-मुजफ्फरपुर के सीमा इलाके के फकुली चौक पर तुर्की, कुढ़नी और मनियारी थाना पुलिस के सहयोग से संयुक्त छा’पेमारी की. छा’पेमारी में बेनीवाद निवासी मो. आशिक अंसारी, दरभंगा के सिमरी निवासी अकिल और मुजफ्फरपुर के मुशहरी थाना क्षेत्र निवासी शमशेर को भारी मात्रा में जिन्दा कार’तूसों के साथ गिर’फ्तार कर लिया गया.

मुजफ्फरपुर की ओर आ रही एक यात्री बस में पुलिस छा’पेमारी के दौरान एक अप’राधी ने पकड़े जाने के बाद पुलिस जीप से छलाँग मा’रकर भा’गने का असफल प्रयास किया पर एसटीएफ और पुलिस टीम की सतर्कता से उसे खदे’ड़ कर पक’ड़ लिया गया. इस दौरान वह घा’यल भी हो गया. पुलिस अभिरक्षा में घा’यल अपरा’धी का इला’ज चल रहा है.

गिर’फ्तारी के बाद जब तीनों त’स्करों से पूछताछ की गई तो पता चला कि बड़े पैमाने पर त’स्करी के लिए लाए गए कार’तूसों के इस खे’प को उत्तर प्रदेश से बिहार लाया गया था. पुलिस पूछताछ में गिर’फ्तार तस्क’रों ने बताया कि कार’तूसों की यह खेप उत्तर प्रदेश के बरेली से तस्क’री कर लाई गई है. लेकिन एसटीएफ की टीम, सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह और पुलिस उपाधीक्षक पश्चिमी कृष्ण मुरारी प्रसाद अभी इसकी पड़ताल कर रहें है. सूत्रों के अनुसार सी’आईडी और ख़ुफ़ि’या विभाग की टीम भी तस्क’रों से पूछताछ कर रही है.

एसएसपी मनोज कुमार ने इस सम्बन्ध में बताया की बेनीवाद निवासी आशिक अंसारी तस्क’रों का सर’गना है और मुजफ्फरपुर व दरभंगा जिले का मुख्य कार’तूस सप्प्लायर भी. उन्होंने बताया की एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त ऑप’रेशन के दौरान ध’राये ये त’स्कर पूर्व में भी अवैध हथि’यारों और कार’तूसों की तस्क’री मामले में पटना, दरभंगा और मुंगेर जिले के जे’ल की हवा खा चुके हैं.

विगत 10 वर्षों से ये त’स्कर इस धं’धे से जुड़े हैं और इस अवधि में लाखों कार’तूसों की तस्क’री कर अपरा’धियों और विभिन्न आप’राधिक गैं’ग को सप्लाई कर चुके हैं. पूछताछ के दौरान पता चला है की बिहार के विभिन्न जिलों में इनका नेट’वर्क फैला है और छोटे-बड़े कई आप’राधिक गि’रोहों से इनके तार जुड़े हैं, जिन्हें यह कार’तूस सप्लाई करते थे. इन्होंने लगभग एक से डेढ़ दर्जन विभिन्न आप’राधिक गि’रोहों के नाम ठि’काने पुलिस को बताये हैं जिन्हें यह कार’तूस सप्लाई करते थे.

हालांकि इस बात का अभी स्पष्ट पता नहीं चल पाया है कि कार’तूसों की इस बड़ी खे’प का खरीददार कौन है? किसने इतने बड़े पैमाने पर कार’तूस मंगवाये थे? फिलहाल एस’टीएफ, पुलिस टीम के साथ साथ ख़ुफ़िया विभाग और सीआईडी की टीम सभी बिंदुओं पर जां’च पड़ताल कर रही है. इस मामले में कुढ़नी थानाध्यक्ष के बया’न पर तीन नाम’ज़द अप’राधियों के ख़ि’लाफ़ मामला दर्ज किया गया है.

एसएसपी मनोज कुमार की निग’रानी में सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह और पुलिस उपाधीक्षक पश्चिमी कृष्ण मुरारी प्रसाद द्वारा पूछताछ के आधार पर मामले की जां’च पड़ताल करते हुए अग्रेत्तर का’र्रवाई में जुटे हैं. इस मामले में अभी और गिर’फ्तारियां संभव हैं. बताया जा रहा है की कार’तूसों की इतनी बड़ी खे’प की बराम’दगी पर पुलिस मुख्यालय के भी कान खड़े हो गए हैं. इस मामले पर पुलिस मुख्यालय के वरीय अधिकारी अपनी नज़र जमाये हैं और पल पल की खबर लेते हुए मॉनि’टरिंग कर रही है.

विदित हो की 2012 में भी जिले के मिठनपुरा थाना क्षेत्र के बेला के निकट एक कार’तूस फैक्ट्री का उद्भे’दन करते हुए हज़ारों निर्मित और अर्धनिर्मित कार’तूस बरा’मद करते हुए दो लोगों को गिर’फ्तार किया गया था वहीं 1 सितंबर 2018 को मुजफ्फरपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन पर ‘अवध असम एक्सप्रेस’ से मुशहरी थाना क्षेत्र निवासी कार’तूस तस्कर महफूज़ आलम उर्फ़ बबलू को 830 जिं’दा कार’तूस और 303 बोर की पि’स्तौल के साथ गिर’फ्तार किया गया था.


