पटना .बिहार व झारखंड के दुर्गम और पहाड़ी क्षेत्र में हाईवे कनेक्टिविटी बहाल करने वाले पंडुका सेतु सह 85 किमी एप्रोच रोड के निर्माण पर 919 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कंसल्टेंट ने डीपीआर सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय को सौंप दिया है। शीघ्र ही बिहार के रोहतास के वन क्षेत्र और झारखंड के पलामू इलाके के एससी-एसटी बहुलता वाले गांवों के विकास का रास्ता साफ करने वाले इस प्रोजेक्ट का टेंडर होगा।
दुर्गम इलाका होने से एप्रोच की लागत पुल से ज्यादा है। सोन नदी पर बिहार के पंडुका और झारखंड के श्रीनगर के बीच बनने वाले सेतु की लंबाई मात्र 1.7 किमी है, जिसके निर्माण पर 234 करोड़ रु. खर्च होंगे। पर दोनों तरफ एप्रोच रोड के निर्माण पर 641 करोड़ खर्च होंगे। पलामु से बिहार आने के लिए अभी छतरपुर-हरिहरगंज-औरंगाबाद होते डिहरी ऑन सोन आना पड़ता है। इस पुल के बनने पर डिहरी से मात्र 73 किमी की दूरी तय कर तिलौथु-अकबरपुर-यदुनाथपुर होते लोग झारखंड जाएंगे। इससे डेहरी व पलामू की दूरी 164 से घट 129 रह जाएगी
अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति बहुल पहाड़ी और दुर्गम इलाके होने से एप्रोच की लागत पुल से ज्यादा
वन और पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण बिहार में सड़क निर्माण पर प्रति किमी 7.30 करोड़ तो झारखंड में 7.60 करोड़ खर्च होंगे। बिहार की तरफ अकबरपुर से पंडुका तक 32 किमी तथा झारखंड की तरह श्रीनगर से उटारी तक 53 किमी की दूरी में दो लेन सड़क बनेगी। इस परियोजना के पूरा होने पर बिहार से झारखंड होते हुए यूपी और छतीसगढ़ जाना आसान हो जाएगा।