#UP #INDIA : सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले की सुनवाई के बाद फैसले की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। हर तरफ इस मामले की चर्चा है। इस बीच सुरक्षा बलों की सरगर्मी भी तेज हो गई है। हाइवे से लेकर सरयू नदी के पुल और शहर के आंतरिक मार्गों से लेकर रामकोट तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवानों को तैनात कर सुरक्षा घेरा सख्त कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन ने नब्बे के दशक में चरम पर रहे मंदिर आन्दोलन के दौरान कारसेवकों की भीड़ को रोकने के लिए बनाए सभी सुरक्षा चौकियों को फिर से पुनर्जीवित कर दिया गया है।

इसके अलावा रामकोट क्षेत्र में बिना पास वाले वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से निषिद्ध हो गया है। जुलाई 2005 में हुई आतंकी घटना के बाद से रामकोट में मंगलवार व शनिवार को चार पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया था लेकिन समय के साथ इस व्यवस्था को शिथिल कर दिया गया। अब एक बार पुन: उसी व्यवस्था को नए रूप में सामने लाया गया है और सभी बैरियरों की मरम्मत कराकर उन पर पुलिस के जवानों की तैनाती कर दी गई है।

पुलिस अधीक्षक नगर विजयपाल सिंह के अनुसार सुरक्षा व्यवस्था के लिए शासन से अतिरिक्त फोर्स मांगी गई है। इसमें दस एएसपी, 25 डिप्टी एसपी, 25 निरीक्षक, 125 उपनिरीक्षक, सात सौ आरक्षी, 45 महिला उपनिरीक्षक, एक सौ महिला आरक्षी, 14 उपनिरीक्षक यातायात, 13 मुख्य आरक्षी यातायात, 85 आरक्षी यातायात समेत छह कंपनी पीएसी, दो कंपनी आरएएफ, एक कंपनी बाढ़ राहत पीएसी शामिल है।

Source : live hindustan
Like this:
Like Loading...