#BIHAR #INDIA : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने कहा है कि उपचुनाव के परिणाम पर आत्म-विवेचना हो। शनिवार को अपने ब्लॉग के माध्यम से डा. जायसवाल ने बिहार विधान सभा के उपचुनाव पर कई सवाल उठाए हैं। कहा है कि अपनी कार्यशैली के बारे में भी एक बार फिर आकलन की जरूरत है। उप चुनाव में यूपी में एनडीए 80 प्रतिशत सीटें जीत सकती है तो फिर बिहार में ऐसा क्या हुआ कि 15 साल तक जिनके शासन की यादें लोगों में सिहरन पैदा करती है, वह भी दो सीटें जीत जाते हैं।

ब्लॉग में कहा है कि दरौंदा में विद्रोह महज भाजपा कार्यकर्ताओं का नही था, बल्कि यह भाजपा और जदयू कार्यकर्ताओं का सम्मिलित था। अगर हम बेलहर में समझाने में सफल नहीं होते तो वहां भी कुछ ऐसे ही परिणाम देखने को मिल सकते थे। इस परिणाम को ठंडे बस्ते में डालने की बजाय कारणों पर ध्यान देने की जरूरत है। आज भी गोपालगंज में जदयू के पूर्व विधायक सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ धरने पर बैठते हैं। लेकिन, अगर यही भाजपा के किसी पूर्व विधायक ने किया होता तो मुझ पर उसके निष्कासन का दबाव होता।


