ऐसा लगता है जैसे मैं कुछ रंगा बिल्ला हूं – चिदंबरम

आईएनएक्स मी़डिया मामले में हि’रासत में 98 दिन बिता चुके पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कोर्ट द्वारा ईडी के तर्कों को खारिज किए जाने के बावजूद उनकी जमानत अर्जी खारिज होने पर नाराजगी जाहिर की। चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की पीठ से कहा कि हाई कोर्ट ने सबूतों से छे’ड़छाड़ और मेरे भाग निकलने के डर से मेरी जमानत याचिक खारिज कर दी है। वहीं उनके वकीन कपिल सिब्बल ने कहबा कि कोर्ट ने आरोप गंभीर होने के चलते चिदंबरम की बेल याचिका खारिज की है।

सिब्बल ने पीठ का नेतृत्व कर रहे जस्टिस आर बानूमति से कहा कि अगर अदालत की गंभीर आरोप वाली दलील स्वीकार हो जाती है तो हमें कभी जमानत नहीं मिलेगी। कपिल सिब्बल ने यह भी कहा कि चिदंबरम को जेल में रखना उच्च न्यायालय के तनाव की ओर इशारा करता है, इससे गलत संदेश जाता है। चिदंबरम के लिए बहस करते हुए सिब्बल ने कहा कि-“ऐसा लगता है जैसे मैं कुछ रंगा बिल्ला हूं। अगर मुझे जमानत पर रिहा नहीं किया जाता है, तो यह इस देश को एक गलत संदेश देगा।” बता दें कि रंगा और बिल्ला बॉम्बे को दो खतरनाक अपराधी थे जो आर्थर रोड जेल से रिहा होने के तुरंत बाद दिल्ली आ गए थे। उन्होंने अगस्त 1978 में दो किशोरों का अपहरण कर उन्हें बर्बरता से मार डाला था।

उधर हिरासत में रहते हुए भी चिदंबरम की नजर महाराष्ट्र की उथल पुथल पर बराबर बनी हुई है उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन को नसीहत दी है। चिदंबरम ने ट्वीट में लिखा है कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन सरकार को हार्दिक बधाई। कृपया पार्टी के निजी हितों को दूर रखकर किसान कल्याण, निवेश, रोजगार, सामाजिक न्याय और महिला एंव बाल कल्याण के सामान्य हितों को लागू करने के लिए मिलकर काम करें।

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Muzaffarpur News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading