MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : मुजफ्फरपुर नगर निगम बोर्ड की हंगा’मेदार बैठक के बीच नगर निगम ने वि’त्तीय वर्ष 2021 -22 के बज’ट का प्रस्ताव पा’रित किया गया. शहर के विकास और सौंद’र्यीकरण हेतु प्रस्तावित ब’जट 711 करोड़ का बताया गया है. इस बार के वि’त्तीय बजट के दौरान जिले में प्रदू’षण पर लगा’म लगाने हेतु बिहार राज्य प्रदु’षण नियं’त्रण बोर्ड द्वारा 5 करोड़ की राशि भी आवं’टित की गई है. नगर आयुक्त, महापौर, नगर विधायक विजेंद्र चौधरी व 21 पार्षदों की उपस्थिति में बैठक में रखे गए सभी प्रस्ता’वों को पा’रित किया गया.
वहीं बैठक के दौरान एक खेमे की एक महिला समेत तीन वार्ड पार्षद मंच के पास पहुँच कर स्टैंडिंग कमि’टी से यो’जना पास कराये जाने को लेकर और अन्य कई मां’गों के सम’र्थन में ध’रना पर बैठ कर हंगा’मा करने लगे, जिससे बोर्ड की बैठक में व्यव’धान उत्प’न्न हुआ. वहीं बोर्ड की बैठक में एजेंडो को शा’मिल नहीं करने का आ’रोप लगाते हुए उपमहापौर समेत कई पार्षद बज’ट को अपनी स्वीकृ’ति प्रदान कर बैठक का बहि’ष्कार कर चले गए.
दोपहर आम्रपाली ऑडिटोरियम सभागार में आयोजित बैठक के दौरान नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय द्वारा लाये गए कुल 12 संले’खों को पा’रित किया गया. बैठक में संप’त्ति कर के साथ यू’जर चा’र्ज संग्र’हण को जो’ड़कर वसू’ली करने सम्बन्धी प्रस्ताव पारित किया गया. जिसके अंतर्गत आवासीय परिसर से 30 रुपये और व्याव’सायिक/गैर आवासीय परिसर से 50 रूपए यूज’र चा’र्ज संग्र’हण शु’ल्क की वसू’ली की जाएगी. श्र’म संसा’धन विभाग द्वारा समय-समय पर संशोधित दैनिक मज’दूरों को भुग’तान किये जाने वाली न्यूनतम मज’दूरी दर की स्वी’कृति प्रदान की गई.
इसके साथ ही नगर निगम क्षेत्र के व् विभिन्न वार्डों में लगे 5 एचपी सबमर्सिबल मोटर पंप सेट का ससमय परिचालन एवं विद्युत् तथा जल की बर्बा’दी रो’कने हेतु समय-सीमा तय करने तथा आटोमेटिक स्टा’र्टर (टा’इमर) लगाने के सम्बन्ध में भी स्वीकृति की अनुशं’सा की गई. ‘वर्ल्ड एयर क्वॉलिटी रिपोर्ट, 2020’ के मुताबिक, बिहार में सबसे ज्यादा वायु प्रदू’षण मुजफ्फरपुर में देखने को मिला है. दूसरे नंबर पर राजधानी पटना है और तीसरा स्थान हाजीपुर का है. इसके मद्देनजर नगर निगम मुजफ्फरपुर में बिहार राज्य प्रदु’षण नियं’त्रण बोर्ड के निर्दे’शानुसार प्रदू’षण नियं’त्रण हेतु एक सुपरस’कर मशीन, रोड स्वी’पिंग मशीन, दो वाटर स्प्रिंक’लर मशीन, वाटर फाउं’टेन निर्माण और पार्किं’ग निर्माण हेतु बिहार राज्य प्रदु’षण नियं’त्रण बोर्ड द्वारा 5 करोड़ रूपए की राशि आवं’टित की गई है.
ठोस कच’ड़ा प्रबं’धन एवं वायु प्रदु’षण के सम्बन्ध में विभागीय दिशा-निर्दे’श के आलोक में भारतीय प्रौद्यो’गिकी संस्थान, पटना एवं बिहार राज्य प्रदु’षण नियं’त्रण पर्षद के साथ त्रिप’क्षीय एकरा’रनामा की घट’नोत्तर स्वीकृति के सम्बन्ध में स्वी’कृति प्रदान की गई. इस दौरान नगर आयुक्त ने ग्रेविटी एग्रो कंपनी के साथ प्लास्टिक से बा’योडीजल/तेल बनाने जैसे एक अहम समझौते पर एकरा’रनामे को भी स्वीकृति प्रदान की गई. इससे न केवल बा’योडीजल प्राप्त होगा बल्कि प्लास्टिक के क’चरे से उत्पन्न परेशा’नियों से भी नि’जात मिलेगी.
रौतिनिया स्थित नगर निगम के भूखं’ड के संर’क्षण जिसमे ठो’स अपशि’ष्ट प्रसंस्क’रण का विकास किया जायेगा. इसके विकास हेतु चहारदीवारी निर्माण, गार्ड, गार्ड रूम, साईट कार्यालय, वाहनों हेतु शेड निर्माण, धर्मकांटा, शौ’चालय और पेय’जल हेतु ढाई करोड़ रूपए की अनुमानित लागत का बजट पास हुआ. नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत प्रत्येक वार्ड में मुख्यमंत्री ना’ली, ग’ली योजना के कार्य हेतु 25 करोड़ रूपए उपलब्ध हैं, जिसे प्रत्येक वार्ड औसतन 50 लाख रूपए तक की राशि का कार्य कराया जाना है. चंदवारा स्थित नगर निगम के भूखं’ड सम्राट अशोक भवन, नगर सरकार भवन और नगर निगम के अन्य कार्यालय निर्माण के सम्बन्ध में स्वी’कृति दी गई. सा’फ़ स’फाई हेतु कार्य यो’जना में व्य’य के प्रस्ता’व व्यवसा’यिक शुल्क वसू’ली और वें’डिंग जोन हेतु चयनित चार स्थलों की स्वीकृति के साथ ही निर्माण की स्वीकृति की अनुशंसा को पा’रित किया गया.
बैठक उपरांत महापौर सुरेश कुमार ने बताया की नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय द्वारा लाये गए 13 संले’खों में 12 को बिना किसी व्यव’धान के पा’रित किया गया. शहर ही ब’ढ़ती आबादी के मद्देनजर शहर के सौंद’र्यीकरण और वि’कास हेतु नगर निगम को अधिक संसा’धनों की आव’श्यकता है, जिसके लिए आधुनिक मशीनों के क्रय हेतु बजट में प्रस्ता’व पा’रित किया गया है. उन्होंने बताया की 7 निश्चय यो’जना के तहत सभी योज’नाओं की समय सीमा दिसम्बर माह तक निर्धारित है.
उन्होंने उपमहापौर द्वारा बैठक के बहि’ष्कार पर उन्होंने कहा की-विशेष बैठक बुलाये जाने को लेकर उनमें नारा’जगी है, हालाँकि विशेष बैठक बुलाये जाने का कोई औ’चित्य नहीं था और न ही मेरे पास बैठक बुलाने का विशे’षाधिकार है. उपमहापौर ने बजट पूर्व विशेष बैठक बुलाने हेतु नगर आयुक्त को पत्र लिखा था पर विधानसभा सत्र की वजह से बैठक को अनुम’ति प्राप्त नहीं हुई. उनका यह व्यवहार अना’वश्यक दबा’व बनाये जाने की को’शिश है जो सरा’सर नाजा’यज और ग’लत है.
इधर उपमहापौर मान मर्दन शुक्ल ने बैठक के बीच में बज’ट सत्र प्रारंभ होने से पूर्व ही बज’ट को अपनी स्वी’कृति प्रदान करते हुए बैठक का शां’तिपूर्ण बहि’ष्कार कर चले गए. इस दौरान आ’रोप लगाते हुए उन्होंने बताया कि उनकी मां’गों को बैठक में शामिल नहीं किया गया है अतः वे बज’ट को अपनी स्वी’कृति प्रदान करते हुए बैठक का शां’तिपूर्ण तरी’के से बहि’ष्कार कर रहे हैं.
उन्होंने कहा की इनकी मं’शा है की भे’दभा’व का माहौ’ल व्या’प्त रहे और पूर्व की भां’ति अरा’जकतापूर्ण वाता’वरण में काम होता रहे. उपमहापौर ने कहा की हमारी मां’गे थीं कि स्टैंडिंग कमिटी की मां’गों को एजेंडे में शामिल किया जाये. स्टैंडिंग कमिटी के पास किये एजेंडे बोर्ड की बैठक में रखी जाये और बोर्ड में जो पार्षद द्वारा अनुशं’सित हो उन्हें अनुशं’सा के लिए कहीं अन्य’त्र नहीं जाना पड़े.
वार्ड 29 की पार्षद रंजू सिन्हा, वार्ड 28 के पार्षद राजीव कुमार पंकु, वार्ड 23 के पार्षद संतोष कुमार शर्मा, वार्ड 24 की पार्षद शोभा देवी समेत कई पार्षदों ने अधिकारियों और महापौर पर स्वी’कृति के बावजूद वार्ड में विकास कार्यों में उदासी’नता और शिथि’लता बर’तने का आ’रोप लगाते हुए कहा की जनता जलज’माव में त्रा’हिमाम करती रही पर स्वी’कृति के बावजूद एक क’ल्वर्ट तक नहीं बन सका. स्टैंडिंग कमिटी की मांगों को एजें’डे में शामिल नहीं किया जाता है.
बोर्ड से पास मेयर से अनुशं’सा करवाने के बावजूद वार्ड 19 में सड़क नहीं बन सकी, जबकि स्वीकृ’ति हो चुकी है. पार्षद आखिर अपनी परे’शानी कैसे रखेंगे. इन्ही सब मु’द्दों को लेकर विशेष बैठक की मांग की गई थी फिर बजट पर चर्चा होती. वहीं पार्षद संजू केजरीवाल ने 5 लाख रुपये तक के कार्यों को पार्षद की अनुशं’सा पर और 5 लाख रुपये से ऊपर के कार्यों को सात नि’श्चय के तहत नगर निगम द्वारा कराये जाने का मश’विरा दिया. बैठक के दौरान पा’र्षदों ने अपने-अपने विचारों से अवगत करते हुए पट’ल पर कई मांगे र’खीं.