विधानसभा चुनाव में जेडीयू से टिकट नहीं मिलने पर बगावत कर निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरकर बीजेपी उम्मीदवार को हराने वाले मंजीत सिंह की शनिवार को घर वापसी हो गई। पटना स्थित जेडीयू मुख्यालय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में मिलन समारोह आयोजित किया गया। जिसमे मंजीत सिंह ने जेडीयू को सदस्यता ग्रहण की।

दरअसल, मंजीत सिंह बैकुंठपुर से दो बार विधायक रहे हैं। दोनों ही बार वे जेडीयू से ही जीते थे. 2020 के विधानसभा चुनाव में यह सीट बीजेपी के कोटे में चली गई। जिसके बाद वे जेडीयू को छोड़कर निर्दलीय खड़ा हो गए। इससे बीजेपी उम्मीदवार की हार हो गई. और आरजेडी ने उस सीट से बाजी मार ली।

बीते दिनों मंजीत सिंह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजस्वी यादव के साथ वाले फोटो को अपलोड कर दिया। इससे जेडीयू खेमे में खलबली मच गई। यहां तक कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे गंभीरता से लिया। उन्होंने मंत्री लेशी सिंह को उन्हें मनाने के लिए भेजा। क्राइसिस मैनेजर के रूप में लेशी सिंह सफल हुईं और मंजीत सिंह मान गए।

घरवापसी पर मंजीत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमारे राजनीतिक पिता हैं। आज मेरा वनवास खत्म हो गया। वहीं, तेजस्वी से मिलने पर सफाई देते हुए मंजीत सिंह ने कहा कि वो उनकी शिष्टाचार मुलाक़ात थी।