खुशखबरी , आज शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन तीनों कृषि कानूनों की वापसी पर संसद की मुहर लग गई है। विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच वापसी का बिल लोकसभा और राज्यसभा में पास हो गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद तीनों कृषि कानूनों की वापसी पर आज संसद की मुहर भी लग गई है। विपक्ष कृषि कानूनों की वापसी के बिल पर चर्चा की मांग पर अड़ा था, लेकिन सरकार चर्चा को तैयार नहीं था। विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच कृषि कानूनों की वापसी का बिल लोकसभा और राज्यसभा से पास हो गया। अब बस राष्ट्रपति के मंजूरी मिलते ही तीनों कानून रद्द हो जाएंगे।
विपक्ष चर्चा करने की मांग पर अड़ा था, लेकिन सूत्रों ने बताया कि सरकार इस पर चर्चा के लिए इसलिए तैयार नहीं हुआ क्योंकि उसका कहना था कि जब प्रधानमंत्री मोदी खुद माफी मांग चुके हैं तो फिर किस बात की चर्चा ?
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद सत्र से पहले कहा कि संसद का ये सत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है. देश आजादी के अमृत महोत्सव मना रहा है। हिंदुस्तान में चारों दिशाओं में से इस आजादी के अमृत महोत्सव के निमित्त रचनात्मक, सकारात्मक, जनहित के लिए, राष्ट्रहित के लिए, सामान्य नागरिक, अनेक कार्यक्रम कर रहे हैं, कदम उठा रहे हैं।
और आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे उन सपनों को पूरा करने के लिए सामान्य नागरिक भी इस देश का कोई न कोई दायित्व निभाने का प्रयास कर रहा है। ऐसा माना जा रहा है की ये खबरें अपने आप में भारत के भविष्य के लिए शुभ संकेत है।